रैली में बोलीं ममता- 'बाहर से आए BJP के गुंडों का मुकाबला करछी से करें बंगाल की महिलाएं'
पश्चिम बंगाल चुनावों में पहले चरण (West Bengal Poll News) के बाद अब एक अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान कराए जाने हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में ताबड़तोड़ दो रैलियां की। नारायणगढ़ और पिंगला की जनसभाओं में वह लगातार बीजेपी पर हमलावर दिखीं। भीड़ में उपस्थित महिलाओं से मुखातिब होते हुए ममता ने कहा कि यहां लोगों को वोट देने से रोकने के लिए बीजेपी बाहर से गुंडे ले आ रही है। आप लोग इनका मुकाबला करछी और रसोईघर के अन्य बर्तनों से कीजिए।
नंदीग्राम सीट पर अपने प्रतिद्वंद्वी बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी और उनके परिवार को ममता बनर्जी ने गद्दार करार दिया। ममता ने आरोप लगाया कि इस परिवार का एक सदस्य पहले चरण के मतदान होने से कुछ घंटे पहले शुक्रवार रात लोगों को नोट बांट रहा था। उन्होंने कहा, ‘कल, अधिकारी बंधुओं में एक को नोट बांटते देखा गया था…इलाके में महिलाओं ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और पुलिस को उसे गिरफ्तार करने को कहा। उन्होंने 30 से अधिक गुंडों को भी (पुलिस के) हवाले किया, जिन्हें बीजेपी ने बाहर से मंगाया था।’
‘दिल्ली के शाह बंगाल में मतदान करा रहे’
ममता ने कहा कि प्रथम चरण के मतदान के बाद भगवा पार्टी की किस्मत सील हो जाएगी। बीजेपी बंगाल के बाहर से उन स्थानों पर गुंडे ला रही है, जहां उसकी कुछ पकड़ है। मैं राज्य की महिलाओं से करछी लेकर बाहर आने और इनका मुकाबला करने का अनुरोध करूंगी।’ उन्होंने चुनाव आयोग से भी यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि मतदान निष्पक्ष तरीके से हो। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री पर तंज करते हुए कहा, ‘दिल्ली के अमित शाह बंगाल में मतदान कराना चाहते हैं। चुनाव आयोग से मैं अनुरोध करती हूं कि उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और बगैर पक्षपात के हो।’
‘मीर जाफरों पर रखी है नजर’
ममता ने यह भी कहा कि वह पूरब मेदिनीपुर के नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में मीर जाफरों (गद्दारों) पर भी नजर रखी हुई हैं, जहां एक अप्रैल को चुनाव होना है। गौरतलब है कि अधिकारी परिवार के तीन सदस्यों ने पिछले कुछ महीनों में तृणमूल कांग्रेस छोड़ दिया और बीजेपी का दामन थाम लिया। इस परिवार की पूरब मेदिनीपुर में अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। ममता का नंदीग्राम में मुकाबला सुवेंदु अधिकारी से है, जो कभी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख के करीबी नेता रहे थे।
साभार : नवभारत टाइम्स