किम जोंग उन ने परीक्षण को बताया ‘महान जीत’

किम जोंग उन ने परीक्षण को बताया ‘महान जीत’
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प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग उन ने देश के छठे परमाणु परीक्षण को एक ‘बड़ी जीत’ करार देते हुए परीक्षण से जुड़े अधिकारियों और विशेषज्ञों की सराहना की है.

तीन सितम्बर को उत्तरी कोरिया की सेना ने दावा किया कि उसने एक हाइड्रोजन बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है जो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल से लक्ष्य भेदने में सक्षम है.

‘एफे’ ने कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के हवाले से बताया कि परमाणु परीक्षण की सफलता का जश्न मनाने के लिए शनिवार (9 सितंबर) को राजधानी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें किम ने कहा कि परमाणु परीक्षण एक बड़ी सफलता रही जिसे देश के लोगों ने अपने खून की कीमत पर हासिल किया है.

‘केसीएनए’ द्वारा जारी तस्वीरों में किम सेना के उप मार्शल ह्वांग प्योंग-सो, वर्कर्स पार्टी के उपाध्यक्ष चोइ रयोंग-हेई और प्रधानमंत्री पाक पोंग-जू सहित उत्तर कोरिया के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक मेज पर नजर आ रहे हैं. किम ने इस दौरान हाथ में एक टोस्ट उठाकर इस परीक्षण को अंजाम देने वाले ‘इंजीनियरों और विशेषज्ञों के इस महान काम’ के लिए प्रशंसा की.

उत्तर कोरिया के इस परमाणु परीक्षण की अतंर्राष्ट्रीय समुदाय ने कड़ी निंदा की है. अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर और अधिक प्रतिबंध लगाने के लिए सोमवार (11 सितंबर) को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का आग्रह किया है.

उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के समाचार पत्र ‘रोडोंग सिनमन’ के मुताबिक, किम की सरकार देश की सुरक्षा के लिए इसी तरह के परीक्षण करती रहेगी.

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने रविवार (10 सितंबर) को प्रकाशित एक साक्षात्कार में कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम को लेकर तनातनी हालिया वर्षों में दुनिया का सबसे खतरनाक संकट है और इसे लेकर वह गंभीर रूप से चिंतित हैं.

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए जुलाई से अगस्त तक चीन, भारत, मलेशिया, श्रीलंका और अन्य देशों को कम से कम 27 करोड़ डॉलर का कोयला, लौह और अन्य सामान अवैध रूप से निर्यात किया.

इस बीच फ्रांसीसी समाचार पत्र ली जर्नल दु दिमांशे में प्रकाशित साक्षात्कार में गुतारेस ने कहा, ‘अब तक, हमने ऐसे युद्ध देखे हैं जो सोचे समझे निर्णय के बाद शुरू किए गए थे.’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन हम यह भी जानते हैं कि गंभीरता से विचार किए बिना काम करने के कारण बढ़े तनाव के कारण अन्य संघर्ष शुरू हुए.’ गुतारेस ने कहा, ‘हमें यह उम्मीद करनी होगी कि इस खतरे की गंभीरता हमें बहुत देर होने से पहले तर्क के मार्ग पर ले जाएगी.’ उन्होंने कहा, ‘यह सबसे गंभीर (संकट) है कि जो हमने हालिया वर्षों में देखा.’

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