तालिबान के खिलाफ अफगानिस्तान का ऐक्शन, 70 से ज्यादा कमांडर, 152 पाकिस्तानी लड़ाके ढेर
के इंटीरियर अफेयर्स मंत्रालय ने रविवार को एक लिस्ट जारी ऐलान किया है कि हेलमंद और कांधार में एक महीने पहले शुरू किए गए अभियान में करीब 70 तालिबानी कमांडर मारे गए हैं। तालिबान के हमलों के जवाब में अफगानी सुरक्षाबलों ने यह ऑपरेशन जारी किया था। मंत्रालय के मुताबिक 20 कमांडर हेलमंद के अलग-अलग हिस्सों के थे और 45-100 सदस्यों तक के समूहों का नेतृत्व कर रहे थे। वहीं, कांधार में करीब 40 तालिबानी कमांडर मारे गए हैं।
हेलमंद में मारे गए पाक लड़ाके
हेलमंद में मारे गए 10 कमांडर उरुजगा, कांधार और गजनी से आए थे। पत्रकारों के सामने लिस्ट रिलीज करते हुए मंत्रालय ने बताया कि कम से कम 152 पाकिस्तानी लड़ाके हेलमंद प्रांत में मारे गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक 65 शवों को डुरंड लाइन के जरिए ट्रांसफर कर दिया गया है जबकि 35 शवों को फराह, 54 को हेलमंद, 13 को जाबुल और 13 को उरुजगान प्रांत पहुंचाया गया है।
134 आम नागरिक मारे गए
इस दौरान 30 तालिबानी कमांडर हेलमंद में घायल हुए हैं। इस ऑपरेशन का नेतृत्व चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मोहम्मद यासिन जिया कर रहे थे। अभी भी ऑपरेशन जारी है कि लेकिन मंत्रालय ने दावा किया है कि तालिबान को मात दे दी गई है। प्रवक्ता ने यह भी बताया है कि तालिबान के हमलों में पिछले 25 दिन में कम से कम 134 आम लोग मारे गए हैं और 289 घायल हुए हैं। वहीं, तालिबान ने मंत्रालय के बयान का खंडन किया है।
अफगानिस्तान में सक्रिया पाकिस्तानी आतंकी
गौरतलब है कि जुलाई में जारी की गई संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान के करीब 6,000-6,500 आतंकवादी पड़ोसी अफगानिस्तान में सक्रिय हैं जिनमें से अधिकतर का संबंध ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ से है और वे दोनों देश के लिए खतरा हैं। वहीं, अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन (Pentagon) ने भी अफगानिस्तान पर जारी अपनी रिपोर्ट में अफगानिस्तान और पाकिस्तान सीमा क्षेत्र को आतंकी संगठनों के लिए सुरक्षित ठिकाना बताया था।