मंगल पर जीवन की खोज, पहली बार धरती पर लाल ग्रह की मिट्टी लाने की तैयारी में NASA
अमेरिका की स्पेस एजेंसी (नैशनल ऐरोनॉटिक्स ऐंड स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन) पहली बार मंगल ग्रह से धरती पर सैंपल लाने की तैयारी में है। धरती पर वैज्ञानिक इन सैंपल को स्टडी करेंगे। NASA ने हाल ही में एक रिव्यू रिपोर्ट जारी कर बताया है कि यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के साथ मिलकर मार्स सैंपल मिशन (Mars Sample Mission, MSR) को अंजाम दिया जाएगा। वैज्ञानिक मंगल के सैंपल्स को स्टडी कर जानना चाहते हैं कि क्या मंगल के इतिहास में कभी जीवन रहा था।
कई साल तक की गई समीक्षा
NASA ने कहा है कि एजेंसी ने MSR Independent Review Board (IRB) स्थापित किया है जिसका काम है ESA के साथ मिलकर किसी और ग्रह से सैंपल लाने के कॉन्सेप्ट का आकलन करना। एजेंसी के MSR प्लान की समीक्षा के बाद बोर्ड की रिपोर्ट में NASA को आगे काम करने के लिए अनुमति देना। बयान में कहा गया है कि कई साल तक एजेंसी की प्लानिंग की समीक्षा के बाद IRB ने माना है कि अब NASA MSR के लिए तैयार है जो मंगल पर रोबॉटिक एक्सप्लोरेशन का अगला कदम होगा।
इसी साल जुलाई में लॉन्च किया गया NASA का मंगल 2020 Perseverance Rover अब अपना आधा रास्ता तय कर चुका है। यह मंगल की चट्टानों और मिट्टी से सैंपल इकट्ठा करेगा। बयान में जानकारी दी गई है कि Perseverance पर एक सैंपलिंग सिस्टम है जिसमें कोरिंग ड्रिल और सैंपल ट्यूब लगे हैं।
ऐसे लाए जाएंगे वापस
मंगल पर Perseverance चट्टानें इकट्ठा करेगा। कुछ को मंगल की सतह पर ही ESA के फेच-रोवर (Fetch Rover) के लिए छोड़ देगा जो NASA के Mars Ascent Vehicle तक इन्हें पहुंचाएगा। MAV बाद में इन सैंपल्स को मंगल की कक्षा में प्रेक्षेपित करेगा। इसके बाद ESA का Earth Return Orbiter 2030 के दशक में एक कंटेनमेंट कैप्सूल में डालकर इन्हें धरती पर ले आएगा।