Pfizer की Corona Vaccine खत्म कर देगी महामारी, दिसंबर तक Oxford वैक्सीन लाने की तैयारी
Pfizer और BioNTech की mRNA आधारित कोरोना वायरस वैक्सीन इन दिनों चर्चा में। कंपनी का दावा है कि वैक्सीन 90% असरदार है और अब इसके विकसित करने वाली टीम के अरबपति लीड साइंटिस्ट उगूर साहिन का दावा है कि वैक्सीन वायरस पर कड़ा प्रहार करेगी और महामारी को खत्म कर देगी। हालांकि, वैज्ञानिकों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन तक ने कहा है कि वैक्सीन को रामबाण इलाज नहीं माना चाहिए क्योंकि अभी तक इसके काम करने की गारंटी नहीं मिली है।
Coronavirus Vaccine: कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए Pfizer, Oxford और Moderna ने ऐलान किए हैं।
Pfizer और BioNTech की mRNA आधारित कोरोना वायरस वैक्सीन इन दिनों चर्चा में। कंपनी का दावा है कि वैक्सीन 90% असरदार है और अब इसके विकसित करने वाली टीम के अरबपति लीड साइंटिस्ट उगूर साहिन का दावा है कि वैक्सीन वायरस पर कड़ा प्रहार करेगी और महामारी को खत्म कर देगी। हालांकि, वैज्ञानिकों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन तक ने कहा है कि वैक्सीन को रामबाण इलाज नहीं माना चाहिए क्योंकि अभी तक इसके काम करने की गारंटी नहीं मिली है।
एक साल सुरक्षा
दरअसल, वैक्सीन को युवा और स्वस्थ्य लोगों पर टेस्ट किया गया था और ऐसे में बुजुर्गों पर इसका क्या असर होगा, यह अभी देखना होगा। वहीं, साहिन का कहना है कि वैक्सीन का पूरा डेटा तीन हफ्ते में आ सकता है। उन्होंने कहा कि यह कोविड-19 को रोक सकेगी लेकिन क्या यह ट्रांसमिशन को रोक सकेगी या नहीं, इसका जवाब अभी नहीं मिला है। साहिन ने कहा कि वैक्सीन एक साल के लिए सुरक्षा देगी और हर साल एक बूस्टर की जरूरत पड़ सकती है।
Oxford-AstraZeneca
ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और AstraZeneca के वैक्सीन ट्रायल के लीडर प्रफेसर ऐंड्रू पोलार्ड का कहना है कि टीम को उम्मीद है कि क्रिसमस तक वैक्सीन को मंजूरी मिल जाएगी। उनका कहना है कि यह Pfizer से 10 गुना सस्ती होगी। दरअसल, Pfizer की वैक्सीन को -70 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखना होगा और कुछ हफ्ते के अंतर पर दो इंजेक्शन लगाने होंगे। ऑक्सफर्ड की वैक्सीन को फ्रिज के तापमान पर रखना होगा।
Moderna
अमेरिका की Moderna Inc ने हाल ही में कहा है कि उसकी mRNA वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के शुरुआती डेटा को मॉनिटरिंग बोर्ड को सबमिट करने की तैयारी की जा रही है। इससे उम्मीदें पैदा हुई हैं कि जल्द ही शुरुआती नतीजे जारी भी कर दिए जाएंगे। पहले अंतरिम अनैलेसिस में 53 मामलों को शामिल किए जाने की संभावना है। Moderna ने अपने आखिरी चरण के ट्रायल जुलाई में शुरू किए थे और कंपनी अपने टार्गेट से पीछे चल रही है। दरअसल, इसकी दो खुराकें चार हफ्तों के अंतर पर दी जाती हैं।