सऊदी, पाक, रूस…साइड इफेक्ट के बावजूद इन देशों में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल करा रहा चीन
चीन ने की सुरक्षा और असर को लेकर उठ रहे सवालों के बीच ट्रायल के दर को बढ़ाने का फैसला किया है। चीन अभी तक अपनी वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल पाकिस्तान और यूएई में ही कर रहा था। अब इस लिस्ट में एक दर्जन से अधिक देश जुड़ गए हैं। कुछ दिनों पहले चीन ने अपनी वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अनुमति दी थी। इस दौरान कई लोगों ने सिरदर्द, चक्कर आना और उल्टी जैसी शिकायतें दर्ज करवाई थीं।
इन देशों में चीनी वैक्सीन का हो रहा ट्रायल
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन अब पेरू, अर्जेंटीना, ब्राजील, बहरीन, यूएई, मिस्र, पाकिस्तान, तुर्की, मोरक्को, सऊदी अरब, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और रूस समेत कई देशों में हजारों लोगों पर अपनी वैक्सीन का ट्रायल कर रहा है। चीन दुनियाभर के ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन देकर अपने ऊपर कोरोना फैलाने के लगे दाग को हटाने की कोशिश कर रहा है।
ट्रायल को वैक्सीन हासिल करने का बताया जा रहा माध्यम
इनमें से कुछ देशों में तो चीनी वैक्सीन के अंतिम चरण के क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी दी जा चुकी है। इन देशों में इसे वैक्सीन जल्द हासिल करने के माध्यम के तौर पर देखा जा रहा है। कई अमीर देश पहले ही टीका खरीद चुके हैं, जिन्हें मंजूरी मिलनी बाकी है।
चीन के प्रसिद्ध लेखक ने बताया अनुभव
चीन के जानेमाने लेखक एवं स्तंभकार कान चाई को देश में आपातकालीन उपयोग के लिए स्वीकृत कोविड-19 के टीके की पहली खुराक पर तो कुछ नहीं हुआ, लेकिन दूसरी डोज के बाद उन्हें चक्कर आने लगे। चाई ने इस महीने की शुरुआत में एक वेबिनार में कहा कि जब मैं गाड़ी चला रहा था तो अचानक मुझे चक्कर आने लगे। ऐसा लगा कि मैं नशे में गाड़ी चला रहा हूं। मैंने एक जगह देख कर कार रोकी, थोड़ा आराम किया और तब मुझे बेहतर लगा।
हजारों लोगों ने दर्ज करवाई शिकायत
चीन में चाई की तरह ही हजारों लोगों को आम इस्तेमाल के लिए अंतिम नियामक स्वीकृति मिलने से पहले चीनी वैक्सीन की डोज दी गई है। इस कदम को लेकर आचार संहिता और सुरक्षा संबंधी सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले चीनी कंपनियां ह्यूमन ट्रायल से पहले अपने शीर्ष पदाधिकारियों और रिसर्चर्स को जांच के लिए वैक्सीन की खुराक देने पर सुर्खियों में आई थीं।
वैक्सीन की दोबारा जांच कर सकता है चीन
चीन के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि चीन को महामारी को वापस आने से रोकने के लिए कदम उठाने होंगे। एक बाहरी विशेषज्ञ ने ऐसे समय में वैक्सीन के आपात उपयोग की जरूरत पर सवाल खड़ा किया है जब देश में वायरस का संक्रमण अब नहीं फैल रहा है। माना जा रहा है कि चीन फिर से अपनी वैक्सीन की सुरक्षा संबंधी जांच को शुरू करेगा।