कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौटे : दूसरों का हौसला बढ़ा रहे
रायपुर : कोरोना संक्रमण से उबरे लोग अब स्वस्थ होकर दूसरों को इसलिए अपनी आपबीती बता रहे हैं ताकि लोग जांच करने से नहीं घबराएं । जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद होम आइसोलेशन , कोविड केयर सेंटर जैसे विकल्प भी हैं जो डाक्टर मरीज की उम्र ,स्थिति, हाई रिस्क ग्रुप,लक्षण आदि देखकर तय करते हैं।
रायपुर के डूमर तालाब निवासी 35 वर्षीय श्रीमती पूनम बाघ कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद से अत्यंत घबराई हुई थी। दो छोटे बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी के बीच घर के 7 सदस्यों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने से पूरा परिवार चिंतित था। पूनम बताती है कि उनके पति एवं अन्य सदस्यों को भी ऐसे समय में क्या किया जाए, यह समझने में भी मुश्किल आ रही थी। कोरोना मरीजों के लिए जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम से आए फोन ने उनके और सभी कोरोना पाॅजिटिव सदस्यों को जिस तरह से दिलासा देकर राह दिखाई, उसे याद कर पूनम भावुक हो जाती है। पूनम के अनुसार कंट्रोल रूम ने न सिर्फ निःशुल्क ईलाज होने की जानकारी दी, बल्कि डाॅक्टर से फोन पर बात कराकर यह अहसास कराया कि मरीज को घर से ले जाने, स्वस्थ कर वापस घर तक पहुंचाने की पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन स्वयं कर रहा है, इसलिए कोरोना के संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है। वो बताती है कि अपने पति राम बाघ के साथ आयुर्वेदिक काॅलेज कोविड सेंटर में भर्ती हुईं, जहां सारी सुविधाएं मौजूद थीं। डाॅक्टर नियमित रूप से जांच कर दवाईयां, भोजन, स्वल्पाहार उपलब्ध कराते थे। दस दिनांे बाद अब स्वस्थ होकर पति के साथ वह वापस अपने बच्चों व परिवार के बीच खुश है।
इसी प्रकार सिविल कांट्रेक्टर राजेश सिन्हा इंडोर स्टेडियम में बने कोविड केयर सेंटर में 9 अगस्त को भर्ती हुए। राजेश बताते है कि डाॅक्टरों व नर्सिंग स्टाफ यहां अपनेपन से मरीजों की सेवा कर रहे है। सफाई अमला भी निरंतर ड्यूटी पर तैनात है। मरीजों को मनोरंजन व फिटनेस से जोड़ने रायपुर नगर निगम ने स्टेडियम में इंडोर जिम, लूडो, कैरम आदि की व्यवस्था की है। मरीज यहां रहकर प्रेरक फिल्में, गीत-संगीत सुनकर अपना समय व्यतीत करते है। राजेश मानते है कि भर्ती हुए मरीजों को भी अस्पताल मंे रहते हुए यह ध्यान देना चाहिए कि गंदगी न फैलाएं और संयम बरतते हुए अपने व्यवहार से उन सभी का दिल जीतने स्वयं भी सहयोग करे। उन्होंने भोजन व्यवस्था व कंट्रोल रूम से जुड़े कर्मचारियों की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब कोरोना जैसी बीमारी की वजह से मन अशांत था, सहायता के लिए 24 घंटे साथ देकर प्रशासनिक व स्वास्थ्य अमला हजारों नागरिकों को नया जीवन देने का काम कर रहा है।