पाकिस्तान: सिंध में एक और हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन, जबरन निकाह, पीड़ित परिवार के खिलाफ ही केस दर्ज
के सिंध में एक और हिंदू लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया और फिर बड़ी उम्र के शख्स से शादी करा दी गई। यही नहीं, लड़की के परिवार के खिलाफ ही केस दर्ज करा दिया गया। पाकिस्तान, खासकर सिंध प्रांत में निकाह कराने के लिए हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने के कई मामले सामने आते रहे हैं।
परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज
रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंध के समारो की रहने वाली हिंदू युवती राम बाई को इस्लाम कबूल कराया गया और अब्दुल्लाह नाम के शख्स से शादी करा दी गई। अब्दुल्लाह की पहले से शादी हो चुकी थी और उसके बच्चे राम बाई से भी बड़े हैं। जब राम बाई के परिवार ने अपनी बेटी लौटाने को कहा तो उनके खिलाफ मीरपुर की सत्र अदालत में केस दर्ज कर दिया गया।
बड़ी संख्या में हिंदुओं का धर्म परिवर्तन
इससे पहले पिछले महीने 12 साल की मोमल भील का कट्टर इस्लामी अतिवादियों ने धर्म परिवर्तन कर निकाह कराने के इरादे से घर से अपहरण कर लिया था। परिवार वालों ने जब पुलिस को सूचना दी तो उन्होंने ने भी कुछ नहीं किया। जून के अंतिम हफ्ते में आई रिपोर्ट के अनुसार, सिंध प्रांत में बड़े स्तर पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें मुस्लिम बनाए जाने का मामला सामने आया था। सिंध के बादिन में 102 हिंदुओं को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया।
हर साल किडनैप की जाती हैं हजारों लड़कियां
मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडैरिटी एंड पीस (MSP) के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा ईसाई और हिंदू महिलाओं या लड़कियों का अपहरण किया जाता है। जिसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवा कर इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह करवा दिया जाता है। पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 12 साल से 25 साल के बीच में होती है।
मानवाधिकार आयोग ने भी माना
गौरतलब है कि पाकिस्तान के सिंध और पाकिस्तान से अक्सर ही हिंदू और ईसाई समुदाय के लोगों पर अत्याचार की खबरें आती रहती हैं। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने भी इस साल कहा था कि अल्पसंख्यकों के ऊपर बहुत अत्याचार हुआ है और उनके हालात सुधारने के लिए उठाए गए कदम बेअसर रहे हैं।