लिपुलेख, डोकलाम के साथ तिब्बत में पैंगॉन्ग सो की ओर भी चीनी PLA की भारी तैनाती
भारत के साथ शांति स्थापित करने का दावा कर रहा चीन लगभग हर सीमाक्षेत्र के पास अपनी सैन्य गतिविधि तेज कर रहा है। पिछले दिनों नेपाल के पास लिपुलेख में ट्राइजंक्शन एरिया और सिक्कम के डोकलाम में चीनी पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के निर्माणकार्य में तेजी की खबरें आई थीं। अब तिब्बत की सैटलाइट तस्वीरों में हेलिपोर्ट और निर्माणाधीन मिलिट्री साइट, बैरक और टेंट देखे जा सकते हैं।
हेलिपोर्ट, टेंट, बैरक बने
ओपन इंटेलिजेंस सोर्स detresfa ने GEOINT की मैपिंंग की मदद से तिब्बत की गार काउंटी की सैटलाइट तस्वीरें जारी की हैं। इनमें देखा जा सकता है कि पैंगॉन्ग झील से 180 किमी दक्षिण की ओर गार काउंटी में सेना के लिए सहायक निर्माण और विकास हो रहा है जो मौजूदा सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूती देगा। हेलिपोर्ट, मिलिट्री साइट और बैरकों के अलावा यहां पर बड़ी संख्या में टेंट भी मौजूद हैं। इस इलाके को मिलिट्री बेस के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां से सबसे नजदीकी एयरबेस गारी गुंसा में 40 किमी दूर है।
लिपुलेख में निर्माणाधीन मिसाइल साइट
इससे पहले सामने आईं तस्वीरों में देखा जा सकता है कि लिपुलेख पास में ट्राई- जंक्शन एरिया में चीन ने न सिर्फ सैन्य तैनाती की है बल्कि मिसाइल के ठिकानों के निर्माणकार्य की तैयारी भी कर रहा है। detresfa के मुताबिक इस इलाके में 100 किमी की GEOINT स्कैनिंग से पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की ऐक्टिविटी का पता चला है। यहां सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के लिए साइट का निर्माण मानसरोवर झील के पास किया जा रहा है।
डोकलाम में निर्माणकार्य तेज
इंटेलिजेंस एजेंसी सूत्रों के मुताबिक चीन ने जून और जुलाई में डोकलाम के पास नए निर्माण काम किए हैं। चीन इस ट्राइजंक्शन पर सिंच ला और टोरसा नाला के साथ-साथ लगी दीवार पर काम आगे बढ़ा रहा है। सूत्रों के मुताबिक चीन सिंच ला से करीब 1 किलोमीटर साउथ ईस्ट की तरफ एक बहुमंजिला इमारत भी बना रहा है। सिंच ला के पश्चिम की तरफ चोटियों पर करीब 13 इलैक्ट्रिक पोल भी देखे गए हैं।