नेपाल: ओली-प्रचंड के बीच 'डील' की सुगबुगाहट, कार्यबल गठित
नेपाल के प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष के बीच सत्ता में बंटवारे को लेकर अब भी तनाव बना हुआ है। जिसके बाद सत्तारूढ़ नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी ने गतिरोध के समाधान के लिए शुक्रवार को छह सदस्यीय कार्यबल का गठन किया। यह कार्यबल ऐसे समय गठित किया गया है जब करीब एक हफ्ते की रस्साकशी के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और पार्टी की कार्यकारिणी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड के बीच बातचीत बहाल हुई है।
पार्टी महासचिव बिष्णु पौडेल करेंगे नेतृत्व
यह कार्यबल पार्टी महासचिव बिष्णु पौडेल के नेतृत्व में गठित की गई है जो प्रंचड और वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल द्वारा प्रधानमंत्री ओली का इस्तीफा मांगे जाने के बाद पार्टी में उत्पन्न गतिरोध को दूर करने के तरीकों की सिफारिश करेगा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कार्यबल में स्थायी समिति के सदस्य शंकर पोखरेल, जनार्दन शर्मा, भीम रावल, सुरेंद्र पांडे और पम्फा भुसाल को शामिल किया गया है।
ओली-प्रचंड की बैठक में कार्यबल बनाने को लेकर हुआ फैसला
इस कार्यबल को गठित करने का फैसला शुक्रवार को प्रचंड और ओली के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया। दोनों नेताओं ने बृहस्पतिवार को वार्ता दोबारा शुरू की थी और पार्टी के भीतर गतिरोध को दूर करने के लिए काठमांडू के बालूवतार स्थित प्रधानमंत्री आवास में आमने-सामने बैठकर बातचीत की थी। एक हफ्ते में दोनों नेताओं की यह पहली बैठक थी। उल्लेखनीय है कि ओली ने बुधवार को टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा था कि पार्टी के भीतर जारी गतिरोध को पांच दिनों के भीतर दूर कर लिया जाएगा।
तो ओली और प्रचंड के बीच सुलह हुई?
कहा जा रहा है कि पीएम ओली और प्रचंड के बीच एक सीक्रेट डील हुई है। जिसके तहत आने वाले कुछ दिनों में नेपाली कैबिनेट में फेरबदल किया जाएगा। इस दौरान प्रचंड गुट के कई नेताओं को कैबिनेट में मलाईदार पद मिलने की संभावना है। माना जा रहा है कि पार्टी की स्थायी समिति की बैठक के बाद यह फेरबदल की जा सकती है।