सोमवार से खोलेंगे करतारपुर कॉरिडोर: पाक
के विदेश कार्यालय ने शनिवार को बताया कि महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर वह सोमवार को फिर से खोलने के लिए तैयार है। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण यह कॉरिडोर पिछले तीन महीने से अस्थायी रूप से बंद है। पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि उसने कॉरिडोर खोलने की सूचना भारत को दे दी है।
16 मार्च से बंद था यह कॉरिडोर
भारत ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर 16 मार्च को पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के लिए तीर्थयात्रा और पंजीकरण अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था। एफओ ने कहा कि विश्वभर में धार्मिक स्थल फिर से खोले जा रहे हैं, ऐसे में पाकिस्तान ने भी सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने के आवश्यक प्रबंध किए हैं।
कोरोना को लेकर एसओपी बनाएंगे दोनों देश
पाकिस्तान ने दावा किया कि कॉरिडोर को फिर से खोलने के मद्देनजर कोरोना वायरस संक्रमण के रोकधाम के लिए स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। उसने यह भी कहा कि संक्रमण रोकने के लिए आवश्यक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने की खातिर भारत को आमंत्रित किया गया है।
नवंबर में खोला गया था कॉरिडोर
बता दें कि दोनों देशों ने नवंबर में पाकिस्तान के गुरुद्वारा करतारपुर साहिब और भारत के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा साहिब को जोड़ने वाला गलियारा श्रद्धालुओं के लिए खोला था। करतारपुर साहिब गुरुद्वारा रावी नदी के पास पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है और डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर दूर हैं। यहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे।
भारत पाक में तनाव जारी
एफओ ने कहा कि करतारपुर गलियारा शांति एवं धार्मिक सद्भावना का असल प्रतीक है और पाकिस्तान की इस ऐतिहासिक पहल की भारत समेत विश्वभर के सिख समुदाय ने प्रशंसा की है।उल्लेखनीय है कि भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को बड़े पैमाने पर कमतर करते हुए उससे मंगलवार को कहा था कि वह यहां अपने उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या अगले सात दिनों के अंदर 50 प्रतिशत घटाये। साथ ही, विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में इसी अनुपात में अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने की भी घोषणा की।