कोरोना को जाने में लग सकते हैं 2 साल: स्टडी
वॉशिंगटन
कोरोना वायरस महामारी फिलहाल खत्म होने नहीं वाली है। ऐसा दावा किया गया है कि अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में। इसके मुताबिक जब तक दुनिया की दो-तिहाई आबादी इस वायरस के लिए प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) नहीं विकसित कर लेती है तब तक कोरोना से छुटकारा मिलना मुश्किल है और ऐसा होने में करीब 2 साल का वक्त लग सकता है। दुनियाभर में अब तक 33 लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और 2 लाख 35 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस महामारी फिलहाल खत्म होने नहीं वाली है। ऐसा दावा किया गया है कि अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में। इसके मुताबिक जब तक दुनिया की दो-तिहाई आबादी इस वायरस के लिए प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) नहीं विकसित कर लेती है तब तक कोरोना से छुटकारा मिलना मुश्किल है और ऐसा होने में करीब 2 साल का वक्त लग सकता है। दुनियाभर में अब तक 33 लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और 2 लाख 35 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
लक्षण नहीं दिखना चुनौती
कोरोना वायरस कितना घातक है, इसका अंदाजा इस बात से लग सकता है कि बड़ी संख्या में लोगों में लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में वायरस को फैलने से रोकना मुश्किल होगा। यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा के सेंटर फॉर इन्फेक्शियस डिजीज रीसर्च ऐंड पॉलिसी के मुताबिक दुनियाभर में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है लेकिन इस महामारी की कई वेव्स 2022 तक आ सकती हैं। इसके मुताबिक लोगों को आने वाले समय में तैयार रहना चाहिए।
वैक्सीन बचाएगी जान
यह रिपोर्ट संस्थान के डायरेक्टर माइकल ऑस्टरहोम और मेडिकल डायरेक्टर क्रिस्टन मूर ने हारवर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एपिडिमियॉलजिस्ट मार्क लिपसिच के साथ मिलकर तैयार की है। इसके मुताबिक 2009-10 में फ्लू महामारी की वैक्सीन ने अमेरिका में 15 लाख लोगों को इसकी चपेट में आने से और 500 लोगों को मरने से बचाया था।