यौन शोषण पर बोले बाइडेन, 'कभी नहीं हुआ'
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रैटिक पार्टी के संभावित उम्मीदवार ने अपने ऊपर लगे यौन प्रताड़ने के आरोप का खंडन किया है। 27 साल पहले के कथित मामले को लेकर बाइडेन ने शुक्रवार को कहा है कि ऐसा कुछ कभी नहीं हुआ। बाइडेन के खिलाफ उनके लिए काम करने वाली तारा रीड ने ये आरोप लगाए हैं। माना जा रहा है कि 2020 के चुनाव में पार्टी की ओर से उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार होने के चलते बाइडेन के ऊपर चुप्पी तोड़ने का दबाव था।
पूर्व उपराष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा है, ‘यौन शोषण और प्रताड़ना के इस कथित आरोप की डीटेल्स काफी जटिल हैं, लेकिन दो बातें बिलकुल जटिल नहीं हैं। पहली यह कि महिलाएं सम्मान की हकदार हैं और जब वे आगे आती हैं तो उन्हें सुना जाना चाहिए, चुप नहीं कराना चाहिए। दूसरी ये कि उनकी कहानियां जांच पर निर्भर करती हैं।’ उन्होंने कहा कि जिम्मेदार न्यूज संगठनों को तारा की कहानियों में दिख रहीं गड़बड़ियों की जांच करनी चाहिए जो तेजी से बदलती जा रही हैं।
रीड को कुछ भी कहने का अधिकार
बाइडेन ने कहा कि तारा के मुताबिक उन्होंने बाइडेन के तत्कालीन ऑफिस स्टाफ के सामने यह मुद्दा रखा था लेकिन उन सभी का कहना है कि ऐसा नहीं हुआ। बाइडेन ने दावा किया कि उनके स्टाफ से बात करने वाले किसी मीडिया संगठन को ऐसा स्टाफ नहीं मिला है जिसने तारा की बात को सही बताया हो। उन्होंने यहां तक कहा कि उनके स्टाफ ने यह साफ किया है कि ऑफिस का माहौल ऐसा होता था कि वहां किसी भी तरह की प्रताड़ना को बर्दाश्त नहीं किया जाता। बाइडेन ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि 27 साल बाद रीड ऐसा क्यों कह रही हैं। उन्होंने कहा कि रीड को कुछ भी कहने का अधिकार है और उन्हें (बाइडेन) को भी यह कहने का अधिकार है कि तथ्यों को देखा जाए।
रीड का आरोप
रीड ने 1993 में बाइडेन के ऑफिस में जूनियर स्टाफ के तौर पर काम किया था। उस वक्त बाइडेन डेलवेयर में सीनेटर थे। रीड की एक पुरानी पड़ोसी ने सीएनएन को यह बताया है कि रीड ने तब कथित घटना के बारे में उन्हें बताया था। रीड ने कहा है कि उन्होंने ऑफिस में कई साथियों से यह कहा था कि बाइडेन के साथ बातचीत में वह असहज हो जाती है लेकिन प्रताड़ना के बारे में नहीं बताया था। उन्होंने यह दावा भी किया है कि तब उन्होंने बाइडेन के खिलाफ कैपिटोल हिल में शिकायत की थी लेकिन उसकी कॉपी नहीं रखी।
याद आए पुराने स्कैंडल
बाइडेन के ऊपर लगे आरोप से बिल क्लिंटन और वाइट हाउस इंटर्न मोनिका लेविंस्की सेक्स स्कैंडल लोगों के जहन में दौड़ गया है। इस स्कैंडल ने 1998 में अमेरिका को हिलाकर रख दिया था। इस पॉलिटिकल सेक्स स्कैंडल की वजह से अमेरिका के उस वक्त क्लिंटन को महाभियोग का सामना करना पड़ा था। हालांकि, सीनेट ने उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था और उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था।