लोया की मौत मामले की सुनवाई करेगी नई बेंच
नई दिल्ली : सीबीआई के जज बीएच लोया की मौत के मामले में भले ही उनके परिजनों ने इसे नेचुरल डेथ मान लिया हो, मगर यह मुद्दा लगातार चर्चा में आ रहा है. अब बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट में एक अलग बेंच इस मामले की सुनवाई करेंगी. पहले यह कहा जा रहा था कि इस मामले से जुड़ी किसी भी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अब कोई सुनवाई नहीं करेगी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में आंतरिक विद्रोह के चलते यह फैसला लिया गया है कि अब इस मामले की सुनवाई के लिए एक विशेष बेंच करेगी.
बेवसाइट पर आदेश
सुप्रीम कोर्ट की बेवसाइट पर जारी एक आदेश में साफ कहा गया है कि जिस्टिस लोया की मौत से जुड़े मामले की सुनवाई को उचित पीठ के सामने रखा जाना चाहिए. कोर्ट के जानकार बताते हैं कि अब एक नई बेंच का गठन कर मामले की सुनवाई की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट के मामलों के जानकार बताते हैं कि अभी तक इस मामले की सुनवाई जस्टिस अरुण मिश्रा कर रह थे. कहा तो यह भी जा रहा है कि कोर्ट ने यह फैसला इस वजह से लिया है कि जब भी इस मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था, तब जस्टिस अरुण मिश्रा की बेंच ने इसे नहीं सुना था. जिस वजह से अब यह मामला जस्टिस मिश्रा की बेंच से हटाकर किसी और बेंच को दिया जा सकता है.
इस बात पर है नाराजगी
सुप्रीम कोर्ट चार वरिष्ठ जजों द्वारा कोर्ट प्रशासन के कामकाजों पर सवाल उठाया था. उन जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक मुद्दा जस्टिस लोया की मौत से जुड़ा भी था. जजों ने अपनी नाराजगी की एक वजह में बताया कि सीजेआई दीपक मिश्रा ने जस्टिस लोया की मौत से जुड़ें मामले में को जस्टिस अरुणा मिश्रा को सौंप दिया है, जो कि सही नहीं है.
जस्टिस लोया की रहस्यमय मौत
बता दें कि जस्टिस बीएच लोया की मौत 1 दिसंबर, 2014 में हुई थी. उस समय जस्टिस लोया सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस की सुनवाई कर रहे थे और इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आरोपी थे. हालांकि बाद में अमित शाह को इस मामले में निर्दोष पाते हुए बरी कर दिया गया था. जस्टिस मिश्रा एक समारोह में गए हुए थे जहां उनकी मौत हो गई थी. उनकी मौत को लेकर चर्चा चली कि जस्टिस लोया की हत्या हुई है. इसी मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है.
( साभार : zee News )