असम-मिजोरम बॉर्डर पर हिंसा, 6 जवानों की मौत, SP को भी लगी गोली, 50 घायल
असम-मिजोरम बॉर्डर पर असम के सुरक्षाबलों और मिजोरम () के नागरिकों के बीच झड़प के साथ फायरिंग भी हुई है। इस हिंसा में असम पुलिस के 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। खुद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। वहीं कछार के एसपी समेत कम से कम 50 कर्मी हिंसा में घायल हो गए हैं। वहीं अब इस पूरे मामले पर मिजोरम के गृह मंत्री ने भी अपना पक्ष रखा है।
सीमा पार से लगातार हो रही गोलीबारी के बीच जंगल में मौजूद असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कछार के पुलिस अधीक्षक निंबालकर वैभव चंद्रकांत समेत कम से कम 50 कर्मी गोलीबारी और पथराव में घायल हो गए हैं।
सीएम हिमंता बिस्वा शर्मा ट्वीट कर जताया शोक
असम के सीएम हिमंता बिस्वा शर्मा ने ट्वीट किया, मुझे यह सूचित करते हुए अत्यंत दुख हो रहा है कि असम पुलिस के छह वीर जवानों ने असम-मिजोरम सीमा पर हमारे राज्य की संवैधानिक सीमा की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।
बातचीत के दौरान ही उपद्रवियों शुरू कर दी फायरिंग
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बार्डर पार से उपद्रवियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जब दोनों पक्षों के नागरिक अधिकारी मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे थे।
50 पुलिसकर्मियों के घायल होने का अंदाजा
अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा, “मैं तुरंत यह नहीं कह सकता कि कितने लोग घायल हुए हैं, लेकिन मेरा अनुमान कम से कम 50 कर्मियों का है। गोलीबारी में हमारे एसपी भी घायल हो गए और एक गोली उनके पैर में लगी।” आईपीएस अधिकारी ने पीटीआई से बात की, जब वह एक जंगल के अंदर छिपे हुए थे।
‘200 असम पुलिस के जवानों ने जबरन पार की CRPF ड्यूटी पोस्ट’
असम-मिजोरम बॉर्डर पर हुए तनाव पर बोलते हुए मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने बताया कि असम पुलिस के आईजी के नेतृत्व में हथियारों से लैस लगभग 200 असम पुलिस जवान आज वैरेंगटे ऑटो-रिक्शा स्टैंड पर आए। उन्होंने वहां तैनात सीआरपीएफ जवानों की ड्यूटी पोस्ट को जबरन पार किया और मिजोरम पुलिस की ड्यूटी पोस्ट को नुकसान पहुंचाया।
‘असम पुलिस ने निहत्थे नागरिकों पर किया लाठीचार्च, दागे आंसू गैस के गोले’
मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने कहा कि आगजनी की सूचना पर वैरेंगटे शहर के निवासी, पूछताछ के लिए साइट पर रवाना हुए। असम पुलिस ने निहत्थे नागरिकों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे कई नागरिक घायल हुए।
मिजोरम के गृह मंत्री ने असम पुलिस पर बातचीत के दौरान फायरिंग के लगाए आरोप
लालचमलियाना ने कहा कि मिजोरम पुलिस पर आंसू गैस के गोले दागे गए और उसके बाद असम की ओर से गोलीबारी की गई। इसके बावजूद कि एसपी, कोलासिब जिला सीआरपीएफ ड्यूटी कैंप के अंदर असम पुलिस के साथ बातचीत कर रहे थे, मिजोरम पुलिस ने असम पुलिस पर वापस फायरिंग करके जवाब दिया।
शांति और समझ के माहौल में सुलझाया जाए मुद्दा- मिजोरम के गृह मंत्री
मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने आगे कहा कि मिजोरम सरकार चाहती है कि असम के साथ अंतर-राज्यीय सीमा का मुद्दा शांति और समझ के माहौल में सुलझाया जाए।
मिजोरम के सीएम ने गृह मंत्री सहित पीएमओ को किया था टैग
वहीं आज ही मिजोरम के सीएम जोरमथंगा ने पुलिस और नागरिकों के बीच झडप का एक वीडियो ट्वीट करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए अनुरोध किया था कि इस मामले पर तुरंत कोई कार्रवाई करें। इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय को भी टैग किया गया है।
अतिक्रमण को लेकर है विवाददोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद तब उपजा जब असम पुलिस ने अपनी जमीन पर कथित तौर पर अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान शुरू किया। 10 जुलाई को जब असम सरकार की टीम मौके पर गई तो उस पर अज्ञात लोगों ने आईईडी से हमला कर दिया।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स