कर्नाटक में भी मुख्यमंत्री बदलने की तैयारी में बीजेपी, येदियुरप्पा की जगह रेस में चल रहे ये नाम
बीजेपी उत्तराखंड के बाद अब कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की तैयारी कर रही है। बी.एस.येदियुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ कर्नाटक बीजेपी के सबसे प्रभावशाली नेता हैं और लिंगायत समुदाय से आते हैं। माना जाता है कि लिंगायत समुदाय के ही समर्थन से बीजेपी ने कर्नाटक में अपने पैर जमाए और बीजेपी को सत्ता में आई और यही वजह है कि उन्हें हटाना आसान नही है। इसलिए पार्टी अगला मुख्यमंत्री भी लिंगायत समाज से चुन सकती है।
जब 2012 में येदियुरप्पा ने बीजेपी छोड़ी थी, तब उन्होंने अपनी अलग पार्टी केजेपी पार्टी बनाई थी। उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में केजेपी को 9.8% वोट्स मिले थे और 6 सीटों पर केजेपी उम्मीदवारों की जीत हुई थी। इस वजह से बीजेपी को काफी नुकसान हुआ था। लेकिन इस बार जब उन्होंने कांग्रेस-जेडीएस सरकार को हटाकर सत्ता संभाली तो बीजेपी के भीतर कई नेताओं ने येदियुरप्पा के बेटे बी .एस. विजयेंद्र के सरकार में दखल देने को लेकर नाराजगी जताई। इसके बाद से येदियुरप्पा को हटाने की मांग तेज हो गई और कई नेता मीडिया के सामने आकर येदियुरप्पा को बदलने की मांग करने लगे ।
अब बताया जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान ने भी येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद छोड़ने को कहा है लेकिन उन्होंने इसके लिए तीन शर्तें रखी हैंः
1. येदियुरप्पा के बड़े बेटे और बीजेपी सांसद बी.एस राघवेंद्र को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जाए।
2. येदियुरप्पा के दूसरे बेटे और कर्नाटक बीजेपी के वाइस प्रेजिडेंट बी.एस. विजेंद्र को कर्नाटक की मंत्रिमंडल में जगह दी जाए।
3. येदियुरप्पा ने कहा है कि कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री उनकी सहमति से चुना जाना चाहिए।
कौन होगा कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री?
कौन होगा बताया जा रहा है कि 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले है, यानी तकरीबन 2 साल बाद ,ऐसे में बीजेपी आलाकमान लिंगायत समुदाय को छोड़ कर किसी दूसरे समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में नही है । लिहाजा फिलहाल चार नामों पर चर्चा की जा रही है।
1. मुरगेश निरानी-येदियुरप्पा सरकार में माइनिंग मंत्री हैं। लिंगायत समुदाय से हैं।
2. बसवराज बोमाई- येदियुरप्पा सरकार में गृह मंत्री, लिंगायत समुदाय से हैं। येदियुरप्पा के काफी करीबी हैं।
3. लक्ष्मण सावधि- येदियुरप्पा सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं। लिंगायत समुदाय से हैं।
4. बसवंगौड़ा पाटिल यतनाल- विजयपुरा से बीजेपी के विधायक, लिंगायत समुदाय से हैं। येदियुरप्पा को हटाने की मांग की थी।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स