कैप्टन की दो टूक- सोनिया का फैसला मानेंगे, पर सिद्धू की माफी बिना मिलना नामंजूर

कैप्टन की दो टूक- सोनिया का फैसला मानेंगे, पर सिद्धू की माफी बिना मिलना नामंजूर
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चंडीगढ़वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को नया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने को लेकर खींचतान चल रही है। नाराज मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने साफ बोल दिया है कि उन्‍हें कांग्रेस नेतृत्‍व का हर फैसला मंजूर है, लेकिन वह सिद्धू से त‍ब तक नहीं मिलेंगे, जब‍ तक वह अपने अपमानजनक ट्वीट के लिए माफी नहीं मांग लेते।

शनिवार को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी हरीश रावत कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात करने पहुंचे थे। कैप्‍टन ने उनसे दोहराया कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के किसी भी निर्णय को स्वीकार करेंगे। सिंह ने कहा कि बाद में सोनिया गांधी के साथ उनकी तरफ से सामने लाए गए मुद्दों को उठाया जाएगा। कांग्रेस के इन दो वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठक करीब एक घंटे तक चली।

कैप्‍टन और रावत का ट्वीट- ‘सब ठीक है’
बैठक के कुछ मिनट बाद, अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने सीएम के एक बयान को ट्वीट किया, जिसमें कहा गया है, हरीश रावत के साथ एक उपयोगी बैठक हुई। दोहराया कि कांग्रेस अध्यक्ष का कोई भी निर्णय सभी को स्वीकार्य होगा। कुछ मुद्दों को उठाया गया है, जिस पर उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष से से बात करेंगे।

वहीं, एआईसीसी महासचिव हरीश रावत ने एक ट्वीट में कहा, ‘मैं अमरिंदर सिंह जी से मुलाकात करके अभी-अभी दिल्ली लौटा हूं। मुझे खुशी है कि जिन बातों को लेकर चर्चा हो रही है, वे व्यर्थ साबित हुई हैं और कैप्टन साहब ने अपने महत्वपूर्ण बयान को दोहराया है कि कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से लिया गया कोई भी निर्णय सभी को स्वीकार होगा।’

अपनी सरकार को निशाना बनाने से सिद्धू पर नाराज कैप्‍टन
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अमरिंदर सिंह बिजली संकट और बेअदबी के मुद्दे पर अपनी सरकार को निशाना बनाने के लिए सिद्धू से नाराज हैं। उन्‍होंने स्पष्ट रूप से रावत से कहा है कि जब तक सिद्धू सार्वजनिक रूप से अपने अपमानजनक ट्वीट और इंटरव्‍यू के लिए माफी नहीं मांगते, तब तक दोनों के बीच कोई तालमेल नहीं होगा। रावत ने पार्टी के फैसले से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि सिद्धू के साथ उनकी पसंद के तीन से चार कार्यकारी अध्यक्ष होंगे। रावत ने कैप्‍टन से कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल में सुधार करने के लिए भी स्वतंत्र होंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कभी भी घोषणा की जा सकती है।

सुनील जाखड़ समेत कई मंत्रियों से मिले सिद्धू
दिलचस्प बात यह है कि चंडीगढ़ में व्यस्त राजनीतिक घटनाक्रम के बीच पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ से यहां पंचकूला में उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों ने एक बैठक की, जिसे राजनीतिक हलकों में सिद्धू के राज्य इकाई प्रमुख के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद पार्टी में सभी को साथ ले जाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। मुलाकात के बाद सिद्धू ने जाखड़ को अपना बड़ा भाई और मार्गदर्शक बताया। जाखड़ ने सिद्धू को काबिल व्यक्ति बताया। बाद में सिद्धू ने कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर रंधावा और बलबीर सिंह सिद्धू से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठ नेता लाल सिंह, मुख्यमंत्री के करीबी विश्वासपात्र और विधायक राजा वारिंग, कुलबीर जीरा, दर्शन बराड़ और बरिंदरमीत सिंह से मुलाकात की।

कैप्‍टन ने पत्र लिख सोनिया से जताई थी नाराजगी
गौरतलब है कि अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को सोनिया गांधी को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि अगर सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का प्रभार दिया गया तो पार्टी बंट जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा था कि यदि सिद्धू को राज्य में शीर्ष संगठनात्मक पद पर पदोन्नत किया जाता है तो वह उनके नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेंगे। शुक्रवार को क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू से मिलने से पहले सोनिया गांधी को दिल्ली में उनके आवास पर पत्र दिया गया था।

फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स

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