तालिबान ने दानिश का शव सौंपा, जल्द भारत लाने की तैयारी कर रही सरकार
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कंधार में तालिबान के ‘अत्याचार’ की कवरेज के दौरान के मारे जाने पर शुक्रवार को गहरा दुख जताया। गनी ने एक संदेश में अफगानिस्तान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और आजाद मीडिया व पत्रकारों की सुरक्षा के प्रति अपनी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।
गनी ने कहा, ‘मैं स्तब्ध कर देने वाली इस खबर से बहुत दुखी हूं कि रॉयटर्स के फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी कंधार में तालिबान के अत्याचार की कवरेज करने के दौरान मारे गए।’
गनी के संदेश को यहां अफगान दूतावास ने जारी किया। उन्होंने कहा, ‘मैं सिद्दीकी के परिवार और मीडिया परिवार के प्रति भी अपनी संवेदना प्रकट करता हूं , मैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ आजाद मीडिया और पत्रकारों की सुरक्षा के प्रति अपनी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराता हूं।’
भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुनदाजे ने कहा कि सिद्दीकी गुरुवार रात कंधार में मारे गए, जब वह एसाइनमेंट पर थे।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘बीती रात (गुरुवार) कंधार में मेरे मित्र दानिश सिद्दीकी के मारे जाने की खबर सुनकर बहुत दुख पहुंचा। पुलित्जर पुरस्कार विजेता भारतीय पत्रकार को अफगान सैनिक सुरक्षा प्रदान कर रहे थे। दो हफ्ते पहले उनके काबुल के लिए प्रस्थान करने से पहले मेरी उनसे मुलाकात हुई थी। उनके परिवार और रॉयटर्स को मेरी संवदेनाएं।’
सरकार ने कहा- परिवार के संपर्क में हैं
अफगानिस्तान में सिद्दीकी की मौत से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए यहां विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि सरकार फोटो जर्नलिस्ट के परिवार के संपर्क में है। उन्होंने कहा, ‘काबुल में हमारे राजदूत अफगान अधिकारियों के संपर्क में हैं। हम उनके (सिद्दीकी के) परिवार को घटनाक्रमों से अवगत रख रहे हैं। ’
राहुल और येचुरी ने भी जताया शोक
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी दानिश के मारे जाने पर दुख जताया। राहुल ने कहा कि भारत सरकार को उनके पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द वापस लाने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘दानिश सिद्दीकी के परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वह दानिश के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द घर वापस लाने की व्यवस्था करे।’
वहीं, येचुरी ने कहा, ‘दानिश सिद्दीकी की मौत हैरान करने वाली और आसमयिक है। वह सबसे तेजी से उभरते फोटो पत्रकारों में से एक थे। वह अपने पीछे बेहतरीन रिकॉर्ड छोड़कर गए हैं। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदना है।’
अफगान बलों और तालिबान में भीषण जंग
अफगानिस्तान के तोलो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से अपनी खबर में कहा है कि कंधार के स्पिन बोलदाक जिले में झड़पों (अफगान बलों और तालिबान लड़ाकों के बीच) के दौरान सिद्दीकी की मौत हो गई। कंधार और विशेष रूप से स्पिन बोलदाक में भीषण लड़ाई जारी है।
तालिबान को 2021 में अमेरिका नीत बलों ने सत्ता से बेदखल कर दिया था। अब अमेरिका अपने सैनिक अफगानिस्तान से हटा रहा है, ऐसे में तालिबान लड़ाके देश के विभिन्न हिस्सों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
अफगानिस्तान से अमेरिका की ओर से अपने सैनिकों का बड़ा हिस्सा हटा लिए जाने पर पिछले हफ्तों में वहां सिलसिलेवार आतंकी हमले हुए हैं। अमेरिका ने 31 अगस्त तक अपने सैनिकों की पूर्ण वापसी की समय सीमा निर्धारित की है।
फोटो और समाचार साभार : नवभारत टाइम्स