डोमिनिका में मेहुल चोकसी, भारत सरकार ने कहा- भगोड़े को वापस लाकर रहेंगे
भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी भारत आने से बचने के लिए हर कोशिश कर रहा है। डोमिनिका में मामला कोर्ट में है और संभव है कि कोर्ट जल्द ही उसे भारत को सौंपने का आदेश दे दे क्योंकि वहां की सरकार ने भी अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। इस बीच भारत सरकार ने साफ कहा है कि भगोड़े को भारत लाकर रहेंगे।
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अपने इस संकल्प पर कायम है कि भगोड़ों को देश वापस लाया जाए और धोखाधड़ी के मामले में वांछित मेहुल चोकसी को वापस लाने के लिये सारी कोशिशें जारी रखी जाएंगी । विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने डिजिटल माध्यम से साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘वह (चोकसी) अभी डोमिनिका में हिरासत में है जहां कुछ कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं । हम सारी कोशिशें जारी रखेंगे ताकि उसे (चोकसी को) भारत वापस लाया जाए।’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर सवाल पूछा गया था जो अभी डोमिनिका में हिरासत में है। चोकसी हाल ही में एंटीगुआ एवं बारबूडा से फरार हो गया था और उसे कैरिबियाई द्वीपीय देश में कथित तौर पर अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए 23 मई को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके खिलाफ डोमिनिका में कानूनी प्रक्रिया चल रही है । चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 13,500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में वांछित है।
डोमिनिका के एक मजिस्ट्रेट ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को जमानत देने से इनकार कर दिया। स्थानीय मीडिया में यह जानकारी दी गई है। चोकसी की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई कर रहे डोमिनिका उच्च न्यायालय ने अवैध प्रवेश के आरोपों का सामना करने के लिए उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने का आदेश दिया।
फिलिस्तीन पर भारत ने स्पष्ट किया रुख
वहीं, फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद माल्की द्वारा गाजा हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में मतदान के दौरान भारत की अनुपस्थिति को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखे जाने के संबंध में एक सवाल के जवाब में बागची ने कहा, ‘फलस्तीन ने उन सभी देशों को एक समान पत्र लिखा है जिन्होंने मामले में दूरी बनाकर रखी, हमारा रुख नया नहीं है, हमने पहले भी दूरी बनाकर रखी है ।’
साभार : नवभारत टाइम्स