1951 के बाद आज मई महीने का सबसे ज्यादा ठंडा दिन, गुरुवार को और गिर सकता है पारा

1951 के बाद आज मई महीने का सबसे ज्यादा ठंडा दिन, गुरुवार को और गिर सकता है पारा
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नई दिल्ली
चक्रवाती तूफान ताउते का असर पूरे देश में देखा जा रहा है। मंगलवार की शाम से ही उत्तर भारत के तमाम हिस्सों में ठंडी हवाएं और बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। इसके साथ ही बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में सुबह से ही बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो 1951 के बाद आज (19 मई) सबसे ज्यादा ठंड दिन रहा।

आज सबसे ठंडा दिनआम तौर पर मई का महीना भीषण गर्मी का होता है। मगर दो दिन से ठंडी हवाएं और बारिश से तापमान पर भारी गिरावट आई है। 19 मई को न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री रहा है। जोकि साल 1951 के बाद सबसे कम है। इससे पुराना डेटा मौसम विभाग ने अभी चेक नहीं किया। यानी की 72 सालों के बाद मई महीने में इतना तापमान रेकॉर्ड किया गया है।

ताउते तूफान का असरतामिलनाडु, गुजरात, महराष्ट्र, कर्नाटक सहित अन्य जगहों पर तबाही मचा रहे का असर दो दिन से गुड़गांव के साथ राज्य के दूसरे शहरों में दिख रहा है। इसके चलते बुधवार को भी मौसम बिगड़ा रहा। पूरे दिन आसामान में काले बादल छाए रहे और रुक-रुक कर बारिश होती रही। ऐसे में लोगों को बैसाख के महीने में ही सावन का अहसास हो गया। ठंडी हवा के चलते तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुरुवार को आसमान में बादल छाए रहने के साथ बारिश हो सकती है और तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।

गुरुवार को और गिर सकता है पाराबीते चार-पांच दिन से तौकते तूफान ने कई राज्यों में कहर मचा रखा है। बुधवार को दूसरे दिन भी जिले में मौसम का मिजाज बदला-बदला दिखाई दिया। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और ठंडी हवा चलने से मौसम सुहावना हो गया। मौसम विभाग के अनुसार आगामी कुछ दिनों तक तापमान में उतार-चढ़ाव का क्रम जारी रहेगा। बुधवार को अधिकतम तापमान 30 व न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञों की मानें तो अधिकतम तापमान में 10 डिग्री तक की गिरावट आ गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुरुवार को अधिकतम तापमान 27 व न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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