Weather Forecast: अगले 3-4 दिनों में बदलेगा मौसम का मिजाज, पूरे भारत के कई हिस्सों में बारिश और तूफान की संभावना
भारत के कई हिस्सों में अगले 3-4 दिनों में तूफान के साथ बारिश हो सकती है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर बिजली, ओलावृष्टि और आंधी की संभावना है। उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और लक्षद्वीप में 13 मई को भारी बारिश की संभावना है।
16 मई को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कुछ जगहों पर हो सकती है भारी बारिश
15 मई को मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे और लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर बिजली और आंधी (30-40 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने) के साथ आंधी की संभावना है। 16 मई को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे, लक्षद्वीप और कोकण, गोवा और तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा के कारण अलग-अलग स्थानों पर बारिश की संभावना है।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने तटीय क्षेत्रों के अधिकारियों से चौकस रहने को कहा
मौसम विज्ञान विभाग द्वारा अगले कुछ दिनों में अरब सागर में चक्रवात का पूर्वानुमान जताये जाने के बाद गुजरात के मुख्मयंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को एक बैठक की और तटीय जिलों के अधिकारियों को चौकस रहने एवं जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया। एक मंत्री ने यह जानकारी दी। अधिकारियों का अनुमान है कि पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात उत्पन्न होने से सौराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र समेत गुजरात के तटीय भागों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि इस बात की तत्काल कोई चेतावनी नहीं है कि चक्रवात , यदि उत्पन्न होता है, तो गुजरात पर असर डालेगा।
अगर तूफान आया तो गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ क्षेत्र को प्रभावित करेगा
गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा , ‘‘ संभावित चक्रवात, जिसका नाम तौकटे चक्रवात रखा गया है, के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने अधिकरियों को जरूरी निर्देश दिये हैं।’’ उन्होंने कहा कि ऐसा अनुमान है कि यदि चक्रवात उत्पन्न होता है तो वह गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ क्षेत्र को प्रभावित करेगा, ऐसे में मुख्यमंत्री ने प्रशासन को लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य के राजस्व विभाग ने भी सभी संबंधित जिलाधिकारियों को कोविड-19 नियमों के अनुसार कदम उठाने का निर्देश दिया है।’’ मुख्यमंत्री ने तटीय जिलों के अधिकारियों को मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के मद्देनजर चौकस रहने को कहा है। मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि 14 मई की सुबह को दक्षिण-पूर्व अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है और उसके दक्षिण पूर्व अरब सागर में उत्तरी -उत्तरी पश्चिमी दिशा में एवं लक्षद्वीप की ओर बढ़ने की संभावना है । उसके अनुसार 16 मई को पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात आ सकता है।
साभार : नवभारत टाइम्स