पीरियड के दौरान भी कोविड वैक्सीन लगवा सकती हैं महिलाएं ? जानिए केंद्र सरकार ने क्या दिया जवाब
डॉ. पॉल ने कहा कि इस महामारी के इस तरह चलते हुए भी हमें वैक्सीनेशन और तेज गति से आगे लेकर जाना होगा। हम वैक्सीनेशन की गति को धीमा होने नहीं दे सकते हैं। वास्तव में, टीकाकरण को बढ़ाया जाना चाहिए। डॉ. पॉल ने कहा कि कोविड-19 के हालात में कृपया अनावश्यक रूप से बाहर न जाएं और मास्क पहनें। मास्क पहनना बहुत जरूरी है। अपने घर में लोगों को आमंत्रित न करें।
‘पैनिक होने की वजह से अस्पताल में बढ़ रही अव्यवस्था’
दूसरी ओर, एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया का कहना है कि जो भी कोरोना पॉजिटिव आता है, उसमें ये पैनिक हो जाता है कि कहीं मुझे बाद में ऑक्सिजन और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत न पड़े, इसलिए मैं अभी भर्ती हो जाता हूं। इससे अस्पतालों के बाहर बहुत भीड़ हो जाती है और वास्तविक मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है। इस पैनिक के कारण लोग घर पर दवाइयां स्टोर करने लगते हैं और इससे बाजार में जरूरी दवाइयों की बेवजह कमी हो रही है। कई लोग सोचते हैं कि कोरोना है तो मैं पहले दिन ही सारी दवाई शुरू कर लेता हूं, इससे साइड इफेक्ट ज्यादा होते हैं।
‘पूरे देश में 14 करोड़ से ज्यादा लोगों को लग चुकी है वैक्सीन’
वहीं, गृह मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी ने बताया कि देश में मेडिकल ऑक्सिजन का उत्पादन ज्यादा बढ़ा है। हमारी ऑक्सिजन उत्पादन क्षमता 7,259 मीट्रिक टन है। 24 अप्रैल को 9,103 मीट्रिक टन ऑक्सिजन का उत्पादन हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कुछ राज्य है जहां सक्रिय मामलों की संख्या ज्यादा बनी हुई है। इनमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात और तमिलनाडु राज्य शामिल है। पूरे देश में अब तक 14 करोड़ 19 लाख कोरोना की डोज लग चुकी है।
साभार : नवभारत टाइम्स