जिला अस्पताल में धूल खा रहे थे वेंटिलेटर, DM और SP साहब ही बैठ गए सही करने
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में जिला अस्पताल में बुधवार को एसपी और कलेक्टर ने मिलकर धूल खा रहे वेंटिलेटर को चालू कर दिया। जिला अस्पताल में पिछले साल चार वेंटिलेटर खरीदे गए थे, लेकिन कंपनी का इंजीनियर उसे इंस्टॉल करने अब तक नहीं आया। बुधवार को राजगढ़ के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा को जब यह पता चला तो उन्होंने तकनीकी टीम के साथ मिलकर खुद ही इसके पार्ट-पुर्जे जोड़ दिए और एक वेंटिलेटर को तत्काल चालू कर दिया।
जिला अस्पताल के कोविड वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे थे एसपी और कलेक्टर
बुधवार सुबह कलेक्टर और एसपी जिला अस्पताल के कोविड वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान सीएमएचओ और सिविल सर्जन ने उन्हें बंद पड़े चार वेंटिलेटर के बारे में बताया। कलेक्टर ने उन्हें वेंटिलेटर के साथ आया यूजर्स गाइड लाने को कहा और एसपी के साथ मिलकर इसे चालू करने की तैयारी में जुट गए।
दो घंटे की मेहनत के बाद पहला वेंटिलेटर चालू हो गया
एसपी प्रदीप शर्मा आईआईटी, रुड़की से इंजीनियरिंग कर चुके हैं। दोनों अधिकारियों ने पहले यूजर्स गाइड को पढ़ कर यह समझा कि कौन से पार्ट को कहां जोड़ना है। उन्होंने जिला अस्पताल के इंजीनियर अजय कुशवाह और सिंचाई विभाग के इंजीनियर अंकित कुमार को भी इस काम में शामिल कर लिया।
कलेक्टर यूजर्स गाइड को पढ़ कर बताते रहे और दोनों इंजीनियर के साथ एसपी उसी के मुताबिक पार्ट-पुर्जों को जोड़ते गए। इस दौरान कई बार गलतियां भी हुईं, लेकिन आखिरकार दो घंटे की मेहनत के बाद पहला वेंटिलेटर चालू हो गया।
साभार : नवभारत टाइम्स