अब हाथ से नहीं उठानी होगी गंदगी, रेलवे ट्रैक से मैला उठाकर स्प्रे कर देगी यह देसी मशीन
पिछले कुछ सालों से रेलवे में चौतरफा सुधारों को तवज्जो दिया जा रहा है। इसी क्रम में साफ-सफाई की व्यवस्था भी बहुत हद तक बेहतर हुई है। इस दिशा में और सुधार लाने के लिए रेलवे अब स्वचालित मशीनों की मदद लेने पर विचार कर रहा है। योजना के मुताबिक, रेलवे ट्रैक पर फैली गंदगी को साफ करने के लिए ऐसे वाहन के उपयोग की संभावना तलाशी जा रही है जो खुद ही ट्रैक की गंदगी उठा ले, इसके लिए इंसानों को हाथ नहीं लगाना पड़े।
भोपाल की संस्थान ने बनाई मशीन
भोपाल का नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग ऐंड रिसर्च (NITTTR) की ओर से विकसित यह वाहन की खासियत यह है कि वो रेलवे ट्रैक पर भी चल सकता है और सड़क पर भी। इसी खासियत के कारण वह ट्रैक से गंदगी जमा करके सड़क के रास्ते डंपिंग साइट पर पहुंच जाएगा। इतना ही नहीं, यह वाहन रेलवे ट्रैक में खामियों की पड़ताल करके उसे ठीक भी करेगा।
ट्रैकों की हिफाजत भी करेगी मशीन
विज्ञान मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, “इसका इस्तेमाल ट्रैक के निरीक्षण और उसकी हिफाजत में भी किया जा सकेगा। साथ ही, यह छिड़काव करने के काम भी आएगा।” मंत्रालय ने कहा कि अभी लोगों को रेलवे ट्रैक पर पड़ी गंदगी झाड़ू से साफ करते हुए देखा जाता है। वो मेटल प्लेट से गंदगी उठाकर जमा करते हैं। इस क्रम में उन्हें मानव मल को भी हाथ से ही उठाना पड़ता है। हालांकि, 1993 से ही हाथ से मल उठाने का काम प्रतिबंधित है।
होगा किटाणुनाशकों का छिड़काव
अभी ट्रैक से गंदगी उठाने के बाद पानी की बौछार दी जाती है। देखकर तो लगता है कि ट्रैक साफ हो गया है, लेकिन वहां बीमारियां फैलाने वाले कई कारक मौजूद ही रहते हैं। ऐसे में बहुद्देशीय वाहन की दरकार और ज्यादा हो गई है। यह वाहन न केवल इंसानों को झाड़ू और प्लेट से मैला उठाने से मुक्ति दिलाएगा बल्कि पूरे ट्रैक को बीमारी फैलाने वाले कीड़े-मकोड़ों से भी मुक्त कर देगा।
साभार : नवभारत टाइम्स