मोदी बोले- कान खोल कर सुन लीजिए दीदी, बंगाल की जनता आपको सजा देकर रहेगी
गुरुवार को एक चुनावी रैली को यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह दावा भी किया कि नंदीग्राम में अपनी हार सुनिश्चित देख ममता बनर्जी किसी और सुरक्षित सीट की तलाश कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘क्या ममता दीदी इस चुनाव में अपने 10 साल के शासन का हिसाब दे रही हैं? सच्चाई यह है उनके पास हिसाब देने के लिए कुछ है ही नहीं। दीदी आपको अंदाजा नहीं है कि बंगाल के लोग आपसे कितना नाराज हैं। बंगाल के लोगों के गुस्से से आपको कोई नहीं बचा सकता।’ उन्होंने कहा, ‘दीवार पर लिखा हुआ पढ़ लीजिए… कान खोल कर सुन लीजिए… बंगाल की जनता चुनाव में आपको सजा देकर रहेगी।’
‘दीदी अपनी हार मान चुकी हैं, बनने जा रही बीजेपी सरकार’
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पहले चरण के मतदान के बाद ममता बनर्जी को भी इस बात का अच्छी तरह अंदाजा लग चुका है। उन्होंने कहा, ‘अभी कुछ ही देर पहले नंदीग्राम में जो हुआ, वह हम सब ने देखा है। यह दिखाता है कि दीदी अपनी हार मान चुकी हैं। यह दिखाता है बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।’गौरतलब है कि गुरुवार को नंदीग्राम में मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं। इसी के मद्देनजर ममता बनर्जी एक मतदान केंद्र पर पहुंची और उसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कई आरोप लगाए।
‘आप कहीं और जाएंगी तो वहां भी बंगाल के लोग तैयार बैठे हैं’
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी भी आखिरी चरण के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया जाना है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘दीदी… जरा बताइए। इस बात में कितनी सच्चाई है…यहां कानाफूसी चल रही है कि आप अचानक किसी एक सीट पर फॉर्म भरने जा रही हो? क्या यह सच्चाई है?’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी पहली बार नंदीग्राम गईं और वहां की जनता ने उन्हें दिखा दिया। उन्होंने कहा, ‘आप कहीं और जाएंगी तो वहां भी बंगाल के लोग तैयार बैठे हैं।’
‘ममता के पास ना कोई दूरदृष्टि और ना कोई इच्छाशक्ति’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बंगाल विधानसभा का यह चुनाव सिर्फ सत्ता के परिवर्तन का नहीं है बल्कि असली परिवर्तन लाने का महायज्ञ है। उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव पश्चिम बंगाल की आकांक्षाओं का है…नौजवानों की आकांक्षाओं का है। आज पूरे बंगाल का एक ही लक्ष्य है और वह है सोनार बांग्ला के पुनर्निर्माण का। बंगाल के गौरव को फिर से स्थापित करने का।’ उन्होंने कहा कि बंगाल को एक ऐसी सरकार चाहिए जो अगले 25 साल की योजना के साथ इस राज्य को फिर से एक बार उसके स्वर्णिम काल में वापस ले जाए। तृणमूल कांग्रेस के 10 साल के शासन काल के दौरान विकास नहीं होने का दावा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता के पास ना ही कोई दूरदृष्टि है और ना ही कोई इच्छाशक्ति है। उन्होंने कहा, ‘बंगाल की जनता ने ठान लिया है कि दीदी को अब जाना ही होगा। वैसे आज नंदीग्राम के लोगों ने हिसाब पूरा कर दिया है।’
साभार : नवभारत टाइम्स