आर्मी चीफ का बयान, चीन के साथ बातचीत के बाद सेनाएं पीछे हट रही हैं, भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं

आर्मी चीफ का बयान, चीन के साथ बातचीत के बाद सेनाएं पीछे हट रही हैं, भारत की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

नई दिल्ली
भारतीय सेना प्रमुख एम एम नरवणे (Manoj Mukund Naravane) ने भारत-पाक स्थिति,आतंकवाद, एलएसी और एलओसी समेत तमाम मुद्दों पर खुलकर बातचीत की है। आर्मी चीफ ने चीन के साथ विवाद पर कहा है कि कोर कमांडर लेवल की वार्ता के नौवें दौर के बाद हम फ्रिक्‍शन क्षेत्रों से चरणबद्ध तरीके से सेना को हटाने के लिए सहमत हुए हैं। साथ ही उन्होंने पेपर लीक मामले में भी अपना बयान दिया है। कश्मीर में हाल ही में कुछ आतंकी घटनाएं हुई है। अभी भी घाटी में युवा आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे हैं। हालांकि आतंकी घटनाओं में काफी सुधार हुआ है।

कश्मीर युवा आंतकी संगठनों में हो रहे शामिलसेना प्रमुख ने कहा कि ऐसे कुछ उदाहरण हैं, दोनों में सैनिकों की भर्ती में जहां प्रश्नपत्र लीक हो गए थे और अधिकारी कैडेट के लिए चयन प्रक्रिया में जहां सेवा चयन बोर्ड में कर्मचारियों के बीच सहमति थी। हमारी अपनी आंतरिक जांच के कारण दोनों मामले सामने आए। सेना प्रमुख जनरल एमएस नरवणे ने कहा कि कश्मीर में हाल ही में कुछ आतंकी घटनाएं हुई है। अभी भी घाटी में युवा आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे हैं।

हमारी एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं- आर्मी चीफपिछले तकरीबन एक साल से भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति है। चीन को लेकर आर्मी चीफ ने कहा है कि 9वें दौर की बातचीत के बाद दोनों सेनाएं अपनी-अपनी जगह पर लौट गई हैं। मैं साफ करना चाहता हूं कि हमने अपनी कोई जमीन नहीं खोई नहीं। हम बातचीत के जरिए आगे बढ़ रहे हैं। गोगरा और हॉट स्प्रिंग जैसे इलाकों को लेकर भी बात चल रही है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने हमेशा दो सरहद (चीन और पाकिस्तान) पर चुनौती रहती है। हम दोनों ही सरहद पर हमेशा तैयार हैं।

पेपर लीक मामले में नरवणे का बयानपिछले महीने पुणे की स्थानीय पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस के ज्वाइंट ऑपरेशन में आर्मी रिक्रूटमेंट में पेपर लीक मामला सुर्खियों में आया जिसके बाद परीक्षाएं रद्द कर दी गईं। इस मामले में नरवणे ने कहा है कि जब ये मामले सामने आए तो हमने महसूस किया कि इसमें बैंक को किए गए लेन-देन, कॉल रिकॉर्ड्स, अन्य दल, नागरिक शामिल हैं। इस प्रकार की जांच करने का अधिकार हमारे पास नहीं है, इसलिए हमने इसे सीबीआई को देने का फैसला किया।

जम्मू कश्मीर में सुधार हुआइससे पहले थलसेना अध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में कट्टरपंथ दूर करने जैसा किसी तरह का कोई शिविर नहीं है और सरकार का उद्देश्य केंद्रशासित प्रदेश के युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने का है। ‘इंडिया इकोनॉमिक कान्क्लेव’ में नरवणे ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर में स्थिति में महत्वपूर्ण रूप से सुधार हुआ है।

साभार : नवभारत टाइम्स

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.