मैं नंदीग्राम की बेटी हूं… ममता बनर्जी ने सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ खेला इमोशनल कार्ड

मैं नंदीग्राम की बेटी हूं… ममता बनर्जी ने सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ खेला इमोशनल कार्ड
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कोलकाता
पश्चिम बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम से मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने चुनावी जनसभा कर एक तीर से कई निशाने किए। ममता ने सुवेंदु अधिकारी का नाम लिए बिना कहा कि नंदीग्राम ने मुझे स्वीकारा, इसलिए मैं यहां आई हूं। लेकिन कुछ लोग फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों से भावुक अपील करते हुए ममता ने कहा कि मैं गांव की बेटी हूं, हर नाम भूल सकती हूं, लेकिन नंदीग्राम को नहीं। सिंगूर और नंदीग्राम को मैं ही साथ लेकर आई हूं। ये सीट खाली होने के कारण यहां से चुनाव लड़ रही हूं। मैं बहुत अत्याचार सहकर यहां तक पहुंची हूं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम में उन्हें ‘बाहरी’ बताने वालों पर जमकर बरसीं और कहा कि ऐसे लोगों के लिए ‘गुजरात से आए लोग’ स्थानीय हैं। ममता ने कहा कि जिन लोगों ने ‘गुजरात से आए बाहरी लोगों’ को अपनी जमीर बेच दी है, वे सांप्रदायिकता का सहारा लेकर नंदीग्राम को बदनाम कर रहे हैं। दरअसल तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी नंदीग्राम की चर्चित सीट पर अपने पूर्व करीबी रहे सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने जा रही हैं। अधिकारी कुछ समय पहले ही बीजेपी में शामिल हो गए थे।

ममता ने इस कारण किया नंदीग्राम से लड़ने का फैसला
ममता ने सुवेंदु अधिकारी का एक बार भी नाम लिए बगैर कहा कि उन्होंने (ममता ने) सिंगूर या नंदीग्राम में से किसी एक सीट से चुनाव लड़ने का अपना मन बना लिया था। दरअसल ये दोनों ही स्थान भूमि अधिग्रहण के खिलाफ बंगाल में हुए आंदोलन का मुख्य केंद्र रहे थे और इस आंदोलन ने ममता को 2011 में मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाया था। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने लोगों की जबरदस्त मांग को लेकर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया।

‘मैं बीरभूम जिले में जन्मीं और पली-बढ़ी हूं’
ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने सुना है कि कुछ लोग मुझे नंदीग्राम में बाहरी कह रहे हैं। मैं हैरान हो गई। मैं पड़ोसी बीरभूम जिले में जन्मीं और पली-बढ़ी हूं। आज मैं बाहरी हो गई और जो गुजरात से आए हैं वे बंगाल में स्थानीय हो गए। सुवेंदु अधिकारी अक्सर की खुद को भूमिपुत्र बताते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर पलटवार करते रहे हैं। दरअसल, ममता बीजेपी पर बाहरी होने का आरोप लगाती रही हैं।

ममता ने बीजेपी को चेताया, मेरे साथ हिंदू कार्ड मत खेलना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि मेरे साथ हिंदू कार्ड मत खेलना, मैं भी हिंदू हूं और घर से चंडी पाठ करके निकलती हूं। ममता ने कहा कि अगर नंदीग्राम की जनता मना करेगी तो मैं यहां से चुनाव नहीं लड़ूंगी। ममता ने कहा कि यहां बंटवारा करने की कोशिश की जाएगी, लेकिन आपको ऐसे लोगों की बात को अनसुना करना है। ममता ने मंच पर ही चंडीपाठ किया।

ममता ने खेला इमोशनल कार्ड
ममता बनर्जी ने कहा नंदीग्राम में जब आंदोलन हो रहा था तो मेरे घर काली पूजा चल रही थी। ममता ने कहा कि बीजेपी पुरानी CPM को लेकर वापस आई है। हमें एक अप्रैल को उन्हें अप्रैल फूल बनाना है। उन्होंने कहा कि मैं गांव की बेटी हूं, हर नाम भूल सकती हूं, लेकिन नंदीग्राम को नहीं। सिंगूर और नंदीग्राम को मैं ही साथ लेकर आई हूं। ये सीट खाली होने के कारण यहां से चुनाव लड़ रही हूं। मैं बहुत अत्याचार सहकर यहां तक पहुंची हूं।

साभार : नवभारत टाइम्स

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