जिसको मैसेज आएगा उसको मिलेगी वैक्सीन, पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को दी जाएगी वैक्सीन: राजेश टोपे
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया है कि सभी लोगों को कोरोना की वैक्सीन देने की रणनीति पर काम कर रही है। टोपे ने कहा कि जब यह वैक्सीन लोगों को दी जाएगी, तब जिस किसी को भी यह वैक्सीन दी जानी है उसे एक मैसेज भेजा जाएगा फिर पहचान पत्र दिखाने के बाद उसे कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन देने के लिए केंद्र सरकार राज्य से सूचना मंगवा रही है। उसके मुताबिक हेल्थ वर्कर्स, अत्यावश्यक सेवाकर्मी, 50 साल से ज्यादा उम्र वाले लोग ,अन्य बीमारियों से ग्रसित 50 साल से कम उम्र वाले लोग, इन सभी लोगों का डेटा तैयार किया जा रहा है।
जिसको मैसेज उसको वैक्सीन
नागरिकों को वैक्सीन पहुंचाने के लिए अट्ठारह हज़ार लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है। स्टोरेज की लिए कोल्डचेन की व्यवस्था की गई है। सरकार की तरफ से जिस व्यक्ति को मैसेज भेजा जाएगा उस व्यक्ति को ही कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। उत्तर प्रदेश में इस बाबत स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टियों के विरुद्ध कर दिया गया है। टोपे ने बताया कि हमें ऐसा करने की जरूरत नहीं है। महाराष्ट्र में पर्याप्त संख्या बल मौजूद है। हालांकि जरूरत पड़ने पर छुट्टियां भी रद्द हो सकती हैं।
… जनवरी महीने में कोरोना वैक्सीन मिलेगी?
राजेश टोपे ने बताया कि कोरोना वैक्सीन केंद्र सरकार की तरफ से मुहैया करवाई जाएगी। राज्य सरकार को जो जिम्मेदारी दी गई है उसे हम पूरी तरह से निभा रहे हैं। पुणे के सिरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने केंद्र सरकार से वैक्सीन को लेकर परमिशन मांगी है। अब केंद्र सरकार को इस विषय पर निर्णय लेना है। वैक्सीन देने के लिए हमारी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। अगर केंद्र सरकार दिसंबर के महीने में इन कंपनियों को अपनी इजाजत देती है तो जनवरी के महीने से कोरोना वैक्सीन देने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। टोपे ने बताया कि पहले चरण में तकरीबन तीन करोड़ लोगों को यह वैक्सीन मुहैया करवाई जाएगी।
साभार : नवभारत टाइम्स