डेयरी वाला दूध खरीदता है तो कोई भैंस चुरा ले जाता है क्या…पीएम मोदी ने कैसे की किसानों को भरोसे में लेने की कोशिश

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नई दिल्ली
नए कृषि नियमों के विरोध में पिछले एक पखवाड़े से कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि सरकार तीनों नए कानूनों को वापस ले। वहीं सरकार भी कानून को वापस न लेने पर अड़ी हुई है। सरकार और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। इसी बीच पीएम मोदी ने भी किसानों का विश्वास जीतने की कोशिश की है।

किसान आंदोलन का जिक्रप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात के कच्छ पहुंचे और यहां उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा पार्क (World’s Largest Renewable Energy Park) का शिलान्यास किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने किसान आंदोलन का भी जिक्र किया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि डेयरी वाला दूध खरीदता है तो कोई भैंस चुरा ले जाता है क्या? कुछ इस प्रकार से पीएम मोदी ने गुजरात से ही आंदोलनरत किसानों को समझाने की कोशिश की।

पीएम मोदी ने साधा निशानामंगलवार को पीएम गुजरात के दौरे पर पहुंचे तो यहां एक संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि किसानों को डराने की कोशिश की जा रही है। नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि किसानों का कल्याण उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की शंकाओं के समाधान के लिए चौबीसों घंटे तैयार है। गुजरात के कच्छ में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और उन पर किसानों को भ्रमित करने की साजिश रचने का आरोप लगाया।

पीएम मोदी ने भैंस का दिया उदाहरणपीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली के आसपास आजकल किसानों को डराने की साजिश चल रही है। मोदी ने कहा, ‘अगर कोई आपसे दूध लेने का कॉन्ट्रैक्ट करता है, तो क्या भैंस लेकर चला जाता है? जैसी आजादी पशुपालकों को मिल रही है, वैसी ही आजादी हम किसानों को दे रहे हैं। कई वर्ष से किसान संगठन इसकी मांग करते थे, विपक्ष आज किसानों को गुमराह कर रहा है लेकिन अपनी सरकार के वक्त ऐसी ही बातें करता था।’

साभार : नवभारत टाइम्स

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