देशभक्ति के रंग में रंगेगा देश, 16 दिसंबर से मनाया जाएगा स्वर्णिम विजय वर्ष
अगले हफ्ते से देश एक बार फिर देशभक्ति के रंग में डूबेगा। केंद्र सरकार 1971 के युद्ध में जीत की 50वीं सालगिरह मनाने की तैयारी कर रही है। इसे स्वर्णिम विजय वर्ष का नाम दिया गया है। इसके लिए 16 दिसंबर से कार्यक्रम शुरू होंगे जो अगले साल 16 दिसंबर तक चलेंगे। सूत्रों के मुताबिक, 16 दिसंबर को दिल्ली में नेशनल वॉर मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ स्वर्णिम विजय वर्ष की शुरुआत की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, इन दिन कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद रह सकते हैं। हालांकि एक अधिकारी के मुताबिक अभी यह फाइनल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तो मौजूद रहेंगे ही। इसी दिन दिल्ली से चारों दिशाओं में मशाल (फ्लेम ऑफ ग्लोरी) भेजी जाएंगी। यह इंडियन आर्मी की गाड़ियों में जाएंगी। यह मशालें देश के हर उस शहर या गांव में जाएंगी, जहां 1971 के वीरों का घर है।
दिल्ली में तैयार की जा रही कार्यक्रम की रूपरेखा
1971 की जंग में बहादुरी के लिए जिन्हें गैलेंट्री अवॉर्ड मिले, उनके शहर ये मशाल जाएंगी और वहां कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह कार्यक्रम 16 दिसंबर 2021 तक चलेगा। दिल्ली में कार्यक्रम की रूपरेखा अभी तैयार की जा रही है। एक अधिकारी के मुताबिक, कोविड-19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। एक वेबसाइट भी लॉन्च करने की तैयारी है। जिसमें 1971 के युद्ध की सभी अहम लड़ाइयों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। साथ ही गैलेंट्री अवॉर्ड विनर्स के बारे में भी जानकारी होगी।
16 दिसंबर को पाकिस्तानी सेना ने किया था सरेंडरभारत-पाकिस्तान के बीच 1971 में हुई जंग में को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। यह जंग 3 दिसंबर को शुरू हुई जो 16 दिसंबर तक चली। 16 दिसंबर को पाकिस्तानी सेना ने सरेंडर किया था।
साभार : नवभारत टाइम्स