गाजियाबाद में भीड़, बिहार के लिए क्यों खतरा?
बिहार में कोरोना वायरस () का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक प्रदेश में 1300 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस (Covid 19 positive case) सामने आ चुके हैं। इनमें बड़ी संख्या उन प्रवासी मजदूरों की है जो अलग-अलग राज्यों से घर वापसी कर रहे हैं। अब तक सामने आए आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में 560 प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये आंकड़ा और बढ़ने के आसार हैं।
प्रवासी मजदूरों ने उड़ाई सोशल डिस्टेंस की धज्जियां
दरअसल, सोमवार को गाजियाबाद से 6 स्पेशल ट्रेन यूपी और बिहार के लिए रवाना हो रही हैं। इनमें से तीन ट्रेन बिहार की हैं। इन ट्रेन से अपने घर जाने को लेकर बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर गाजियाबाद के रामलीला मैदान में रजिस्ट्रेशन के लिए पहुंच गए। इस दौरान ऐसी भीड़ उमड़ी की हालात धक्का-मुक्की जैसे हो गए। सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। प्रशासन की ओर से लगातार अपील के बावजूद कोई कुछ सुनने को तैयार नजर नहीं आ रहा था।
आरोग्य सेतु ऐप में दिखा एक कोरोना मरीज
कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने की आशंका इसलिए भी बढ़ रही क्योंकि जहां पर ये भीड़ जुटी, आरोग्य सेतु ऐप से उसके 500 मीटर के दायरे में कोरोना मरीज के होने की जानकारी मिल रही थी। मौके पर मौजूद एनबीटी के रिपोर्टर उमेश कुमार ने जब आरोग्य सेतु ऐप खोलकर देखा तो 500 मीटर की दूरी में ही कोरोना मरीज के होने का पता चला। ऐसे में जिस तरह से सोशल डिस्टेंस की परवाह किए बगैर मजदूर वहां जुटे थे, उससे कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा जरूर उत्पन्न हो गया।
प्रशासन की तैयारियों के बावजूद उमड़ी भीड़
इन मजदूरों में बिहार के प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं, ऐसे में अगर आरोग्य सेतु ऐप में नजर आ रहे कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से अगर संक्रमण बढ़ा तो इससे बिहार के प्रवासी मजदूर भी प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में अगर संक्रमण बढ़ा और ये मजदूर बिहार पहुंचते हैं तो आने वाले दिनों में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं। फिलहाल भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार कवायद जुटी रहीं।
बिहार के लिए आज रवाना होंगी तीन ट्रेनें
जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद से आज बिहार की तीन ट्रेनें रवाना होने वाली हैं। ये ट्रेनें मुजफ्फरपुर, रक्सौल और पटना के लिए हैं। इनके अलावा यूपी की तीन ट्रेनें गोरखपुर, आजमगढ़ और वाराणसी जाएंगी। ऐसी उम्मीद जताई जा रही कि इन ट्रेनों करीब 7 हजार से ज्यादा मजदूर अपने-अपने घर जाएंगे।
ट्रेन से अब तक बिहार पहुंचे तीन लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर
देश के अलग-अलग हिस्सों से बिहार पहुंचने वाली ट्रेनों का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार तक 300 स्पेशल ट्रेनों के जरिए 3 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर बिहार पहुंच चुके हैं। प्रशासन ने ट्रेन से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है। जांच के बाद उन्हें सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए बाहर निकाला जाता है। स्टेशन पर उन मजदूरों के गृह जिले के लिए बसें होती हैं, जिनके जरिए उन्हें उनके जिला या प्रखंड में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में 21 दिन के लिए भेजा जाता है।