भूमिहीन आदिवासियों को दी जायेगी जमीन : सीएम
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि राज्य में दो लाख से अधिक आदिवासी भूमिहीन है. सरकार ऐसे लोगों को चिह्नित कर जमीन देगी, ताकि वे सम्मान के साथ अपना जीवन बसर कर सकें. मुख्यमंत्री शनिवार को एचइसी स्टेडियम में आयोजित ग्राम विकास सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा : पिछले 14 साल तक आदिवासियों के नाम पर राजनीति हुई है.
इन्हें लूटने का काम किया गया है. सरकार एसएआर कोर्ट को समाप्त करना चाहती है, ताकि कोई भी व्यक्ति मुआवजा देकर आदिवासियों की जमीन नहीं खरीद सके. मैं जब तक मुख्यमंत्री हूं, तब तक कोई भी आदिवासियों की जमीन नहीं छीन सकता है. कोई कपूत ही झारखंड को बेचेगा. किसी की हिम्मत नहीं है, जो झारखंड को खरीद सके. उन्होंने कहा : अगर गरीब आदिवासी का बच्चा रांची में या बाहर जाकर पढ़ना चाहता है, तो सरकार उसके रहने व पढ़ने के खर्च का वहन करेगी.
निचले स्तर पर अब भी है भ्रष्टाचार : सीएम ने कहा : झारखंड बिचौलियों व भ्रष्टाचार को लेकर बदनाम था. यहां पर दो तरह के भ्रष्टाचार हैं. एक राजकीय व दूसरा व निचले स्तर का.
झारखंड में बदलाव है. पिछले 22 माह में सरकार बेदाग रही है. किसी भी मंत्री या अफसर पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं. मैं मानता हूं कि अब भी निचले स्तर पर भ्रष्टाचार है. यह तभी समाप्त होगा, जब मानकी, मुंडा, बैगा, ग्राम प्रधान जागरूक होंगे.
धर्म के नाम अशांत करने वाली शक्तियों के खिलाफ होगी कार्रवाई : उन्होंने कहा : सभी धर्मों की नीति अलग-अलग है. अपना धर्म को आप जितना बढ़ाओ, इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन धर्म के नाम क्षेत्र को अशांत करनेवाली शक्तियों पर सरकार की पैनी निगाह है. सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.
अपनी संपत्ति की सीबीआइ जांच की घोषणा करने को तैयार : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा : अब तक झारखंड में पैसे से सरकार बनाने व बेचने का खेल चलता था. यहां के राजनेता पूंजीपतियों के हाथ में खेलते थे. आज वही लोग सरकार पर सवाल उठा रहे हैं, जिन्होंने अकूत संपत्ति अर्जित की है. मैं अपनी संपत्ति की जांच सीबीआइ से कराने को तैयार हूं. अगर सरकार पर सवाल उठाने वालों में हिम्मत है, तो वे भी अपनी संपत्ति की जांच सीबीआइ से कराने की घोषणा करें.