फतुहा से Rs 1.5 करोड़ की शराब के साथ 6 गिरफ्तार
पटना/फतुहा: शराबबंदी कानून लागू होने के बाद जिले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में शराब की 1078 पेटियां बरामद की गयी हैं. बरामदगी शनिवार सुबह फतुहा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक दाल मिल से की गयी. जिला उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त कृष्ण कुमार ने बताया कि छापेमारी गुप्त सूचना के आधार पर की गयी थी. जब्त शराब की अनुमानित कीमत 1.5 करोड़ रुपये आंकी जा रही है. शराब की पेटियां भूंसा के बीच छिपाकर कंटेनर में लायी गयी थीं. पटना में एफआइआर दर्ज की गयी है. मामले में फतुहा के गोविंदपुर निवासी अनिल गुप्ता, शशिकांत राय राजकुमार, अवतार सिंह व मनीष कुमार समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
सीक्रेट सर्च के तहत की गयी छापेमारी
छापेमारी सीक्रेट सर्च के तहत की गयी थी. इसकी सूचना स्थानीय पुलिस तक को नहीं दी गयी थी. दो घंटे बाद स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी मिली. जिला उत्पाद के सहायक आयुक्त ने बताया कि छापेमारी गुप्त सूचना मिलने के बाद पिछले दस दिनों से ज्यादा से रेकी की जा रही थी. छापेमारी टीम में शामिल सब-इंस्पेक्टर अमृतेश कुमार ने बताया कि पिछले दस दिनों से सादे लिबास में लोगों को आसपास तैनात किये गये थे. शुक्रवार सुबह कंटेनर से शराब उतारते वक्त यह कार्रवाई की गयी. आरोपितों ने शराब की आधी खेप गोदाम में सुरक्षित रख चुके थे, आधी कंटेनर में ही थी.
स्थानीय पुलिस की थी मिलीभगत!
सूत्रों के मुताबिक इस धंधे में स्थानीय पुलिस की मिलीभगत थी. शराब माफिया पिछले पांच महीनों से शराब का अवैध धंधा कर रहे थे. सहायक आयुक्त ने बताया कि मामले की जांच इस एंगल से भी की जायेगी कि आखिर इतने दिनों से यह धंधा कैसे फल फूल रहा था कि कंटेनर से शराब मंगाये जाने लगे थे.
आसपास के इलाकों में होती थी होल सेलिंग
उन्होंने कहा कि यह भी सूचना मिली है कि दाल मिल से माफिया आसपास के इलाकों में शराब की होल सेलिंग की जाती थी. सूत्र के मुताबिक शराब मिनी वैन व नाव से इसे पहुंचाया जाता था. फतुहा के अलावे दनियावां, खुसरुपुर, वैशाली, राघोपुर आदि इलाकों में धंधे फैले थे. चारों तरफ हैं फैक्ट्रियां धंधा के फलने फूलने की वजह इलाके में लोगों की कमी का होना बताया जा रहा है. दाल मिल के आसपास कई फैक्ट्रियां हैं. लोगों की आवाजाही यहां कम होती है, जिससे यहां गुप्त रूप से शराब संग्रहित की जा रही थी.