नॉर्थ कोरिया ने किया इंटरकॉन्टिनेंटल बलैस्टिक मिसाइल का परीक्षण

नॉर्थ कोरिया ने किया इंटरकॉन्टिनेंटल बलैस्टिक मिसाइल का परीक्षण
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सियोल। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नॉर्थ कोरिया को लेकर दिए ताजा बयान के बावजूद वो नॉर्थ कोरिया मानने को तैयार नहीं है। उसने एक बार फिर से बलैस्टिक मिसाइल परीक्षण किया है जो सफल रहा। सूत्रों के अनुसार नॉर्थ कोरिया ने कहा है कि उसने इंटरकॉन्टिनेंटल बलैस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।

खबरों के अनुसार नॉर्थ कोरिया ने उत्तरी प्योंगयोंग प्रांत से स्थानीय समयानुसार 9.40 बजे मिसाइल छोड़ी जो जापान सागर में जाकर गिरी है। दक्षिण कोरिया और जापान ने भी इस परीक्षण की पुष्टि की है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट करके बताया कि उत्तर कोरिया ने हाल ही में एक मिसाइल का परीक्षण किया है। क्या उनके पास उनकी लाइफ में इससे अच्छा करने के लिए कुछ नहीं है। यह मानना मुश्किल है कि दक्षिण कोरिया और जापान इस बहुत लंबे समय तक के इस साथ रखेंगे। शायद चीन उत्तरी कोरिया के ऊपर कोई एक्शन लेगा। साथ ही इस सब बकवास को खत्म करेगा।

इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक उत्तर कोरिया 11 मिसाइल परीक्षण कर चुका है। इस ताजा मिसाइल परीक्षण से ठीक पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के मिसाइल व परमाणु हथियार कार्यक्रम पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ चर्चा की थी।

दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र (UN) में चीन के राजदूत ने कहा कि अगर उत्तर कोरिया के साथ कायम तनाव को कम करने का रास्ता नहीं खोजा गया, तो इसके परिणाम बेहद गंभीर और विनाशकारी हो सकते हैं। वहीं चीन का कहना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं तलाशा गया, तो स्थिति काबू से बाहर चली जाएगी। ट्रंप द्वारा उत्तर कोरिया मसले पर शी चिनफिंग से बात किए जाने के एक दिन बाद राजदूत ल्यू जेई ने यह बयान दिया।

अमेरिका का कहना है कि उत्तर कोरिया जबतक अपने परमाणु व मिसाइल परीक्षणों को नहीं रोकता, तब तक उससे किसी भी तरह की बातचीत नहीं की जा सकती है। संकेतों से मालूम होता है कि उत्तर कोरिया के मुद्दे को लेकर चीन और अमेरिका में अनबन हो गई है। पिछले हफ्ते अमेरिका के ट्रेज़री विभाग ने चीन के एक बैंक पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। इस बैंक पर उत्तर कोरिया के साथ लेनदेन करने का आरोप है। इसके अलावा भी अमेरिका ने चीन की कुछ कंपनियों और लोगों को प्योंगयांग के साथ डीलिंग करने के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है।

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