राज्य के सभी स्टेट हाइवे होंगे सात मीटर चौड़े
पटना : राज्य के सभी स्टेट हाइवे को सात मीटर चौड़ा किया जा रहा है. सात मीटर चौड़ा करने का काम विभिन्न चरणों में हो रहा है. बिहार राज्य उच्च पथ परियोजना के तहत सड़कों का निर्माण हो रहा है. अगले साल तक राज्य के चार स्टेट हाइवे को सात मीटर चौड़ा करने का काम पूरा हो जायेगा. स्टेट हाइवे 78 बिहटा से सरमेरा, स्टेट हाइवे 81 सक्कडी से नासरीगंज, स्टेट हाइवे 90 मोहम्मदपुर-छपरा व स्टेट हाइवे 87 रून्नीसैदपुर-भीसवा सड़क का निर्माण पूरा होगा. इन सड़कों के निर्माण पर लगभग 2200 करोड़ खर्च हो रहा है.
बिहार राज्य उच्च पथ परियोजना के तहत इन सड़कों का निर्माण एडीबी के सहयोग से हो रहा है. बिहार राज्य पथ विकास निगम की देखरेख में तीनों सड़क का निर्माण काम हो रहा है. राज्य के किसी भी कोने से पांच घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य को मान कर सड़कों का निर्माण हो रहा है. राज्य की स्टेट हाइवे के अलावा जिला सड़क का तेजी से निर्माण हो रहा है.
बिहटा से सरमेरा : बिहटा से दनियावां व चंडी से सरमेरा बचे हुए काम को पूरा करने का काम हैदराबाद की कंपनी बीएससीपीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कर रही है. सड़क निर्माण पर लगभग लगभग 1117 करोड़ खर्च अनुमानित है. अगले साल सितंबर 2017 तक सड़क निर्माण का काम पूरा होगा.
मोहम्मदपुर-छपरा : स्टेट हाइवे 90 मोहम्मदपुर से छपरा 64 किलोमीटर सड़क को सात मीटर चौड़ा करने का काम गुड़गांव की कंपनी गेवार कंस्ट्रक्शन लिमिटेड को मिला है. सड़क निर्माण पर 361 करोड़ खर्च अनुमानित है. सड़क का निर्माण दिसंबर 2017 तक पूरा होगा.
स्टेट हाइवे 81 सक्कडी से नासरीगंज के बीच 83 किलोमीटर सड़क का निर्माण दो एजेंसी मिल कर रही है. सक्कडी से सहार तक 44 किलोमीटर सड़क का निर्माण हैदराबाद की कंपनी बीएससीपीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को मिला है. जबकि सहार से नासरीगंज खंड पर लगभग 39 किलोमीटर सड़क का निर्माण हरियाणा की कंपनी एमजी कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कर रही है. सड़क निर्माण पर 307 करोड़ खर्च अनुमानित है. निर्माण काम नवंबर 2017 तक पूरा होना है.
रून्नीसैदपुर-भीसवा : स्टेट हाइवे 87 रून्नीसैदपुर-भीसवा के बीच 68 किलोमीटर सड़क का निर्माण संयुक्त रूप से गुड़गांव की कंपनी बीएससी व सीएंडसी कर रही है. सात मीटर चौड़ा सड़क निर्माण पर 443 करोड़ खर्च होंगे. अगले साल फरवरी तक सड़क निर्माण का काम पूरा हो जायेगा. चौड़ा होने से आवागमन की सुविधा बढ़ेगी. निर्माण काम समय पर पूरा होने के लिए कंपनी को निर्देश दिया गया है.
सड़क निर्माण का काम निगम की देखरेख में हो रहा है.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में चार साल से लंबित योजनाओं को पूरा करने में ग्रामीण कार्य विभाग जुट गया है. बिहार ग्रामीण पथ विकास अभिकरण ने तीन दर्जन से अधिक कार्यपालक अभियंताओं से उनके यहां की चार साल पुरानी योजनाओं की जानकारी मांगी है. ब्राडा के अपर मुख्य कार्यपालक संजय कुमार ने इन कार्यपालक अभियंताओं से पीएमजीएसवाइ में चार साल पुरानी योजनाओं की जानकारी मांगी है. जैसे अगर योजना लंबित है तो उनका कारण किया है. जमीन का विवाद है. कोर्ट में मामला है.
अगर योजना बंद है तो उसपर कितना खर्च हो चुका है. कितना वसावट सड़क से जुटा है और कितना छूटा हुआ है. विभाग लंबित योजनाओं को जल्द पूरा करने के प्रयास में है. अभी राज्य में फेज 1 का ही काम चल रहा है. 2019 तक देश में फेज 1 का काम पूरा हो जाना है. बिहार सहित जिन राज्यों में फेज 1 का काम बचा है केंद्र सरकार उसे पूरा कराने के लिए दबाव बनाये हुए है. अभी राज्य में पीएमजीएसवाइ में 12000 किलोमीटर सड़क का निर्माण चल रहा है. 5500 किलोमीटर सड़क की डीपीआर इस माह के अंत तक स्वीकृति के लिए केंद्र को भेज देना है.
सड़क से हटाये जायेंगे बिजली के खंभे
स्पेशल प्रोजेक्ट स्कीम के तहत एनएच 28बी में छपवा से बेतिया तक 25 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण का काम होगा. साथ ही सड़क के स्ट्रैच में बेतिया-लौरिया के बीच बिजली के खंभे हटाये जायेंगे. सड़क चौड़ीकरण का काम डेढ़ साल में पूरा होना है जबकि बिजली खंभे हटाने का काम छह माह में पूरा होगा. पथ निर्माण विभाग की एनएच विंग ने सड़क के चौड़ीकरण व निर्माण सहित बिजली खंभे हटाने के लिए टेंडर निकाला है. सड़क चौड़ीकरण च निर्माण पर लगभग 35 करोड़ खर्च होंगे. सड़क चौड़ीकरण व निर्माण करने का काम चित्तौड़ की कंपनी जेएमसी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को मिला है.
छपवा से बेतिया, लौरिया, बगहा होते हुए छितौनी तक 110 किलोमीटर सड़क में छपवा से बेतिया के बीच 25 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण व निर्माण का काम बचा हुआ था. स्पेशल प्रोजेक्ट स्कीम के तहत इस काम को किया जा रहा है. बेतिया-लौरिया के बीच सड़क किनारे बिजली खंभे हटाने का काम पटना की एजेंसी राणा कंस्ट्रक्क्शन को मिला है. कांट्रैक्टर को सड़क के स्ट्रैच 41 किलोमीटर से 64 किलोमीटर के बीच में सड़क किनारे बिजली खंभे को छह माह में शिफ्टिंग करना है. इस काम में लगभग दो करोड़ 92 लाख खर्च होंगे.