एक नवम्बर से मप्र में आरम्भ होगा लालिमा अभियान
भोपाल. मध्यप्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा है कि प्रदेश में बच्चों, बालिकाओं और महिलाओं की एनीमिया से मुक्ति के लिए राज्य शासन द्वारा एक नवम्बर से लालिमा अभियान आरम्भ किया जाएगा जिसके अंतर्गत आयरन फॉलिक एसिड की गोलियां आँगनवाड़ियों, शैक्षणिक संस्थाओं और चिकित्सालयों में नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी.
उन्होंनें बताया कि इस विषय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रसाद नड्डा को पत्र लिखकर फेरस सल्फेट के स्थान पर फेरस एस्कार्बेट की गोलियों का वितरण शासन द्वारा करवाने का आग्रह किया है. इस संबंध में केंद्र ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है. चिटनिस ने आज यहां बताया कि एनीमिया, रक्त अल्पता, अर्थात शरीर में खून की कमी महिलाओं, किशोरी बालियाओं और बच्चों के लिए एक आम स्वास्थ्य समस्या है.
यदि गर्भवती महिला एनीमिया की शिकार है तो जन्म लेने वाला शिशु भी अपेक्षाकृत कम वजन का और कमजोर ही होगा. यह एनीमिया ही बच्चों में कुपोषण का मूल है. नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे 4 के आंकड़ों के अनुसार मध्यप्रदेश में 15 से 49 आयु वर्ग में 52.5 प्रतिशत किशोरी और महिलाएं तथा 25.5 प्रतिशत पुरूष एनीमिया से पीड़ित हैं. महिला बाल विकास मंत्री ने बताया कि मानव शरीर में लौह तत्व का अवशोषण विटामिन सी की उपलब्धता से होता है.
जो खट्टे पदार्थो में पाया जाता है. अत:अभियान के दौरान आॅयरन फॉलिक एसिड़ की गोलियों की सतत उपलब्धता बनाये रखने के साथ-साथ उनके सेवन के सही तरीके जैसे उन्हें खट्टे पदार्थो के साथ लेने का भी प्रचार-प्रसार किया जाएगा. उन्होंनें बताया कि प्रदेश में चलने वाले लालिमा अभियान को मिशन मोड पर संचालित किया जाएगा. जिसमें महिला बाल विकास विभाग के साथ लोक स्वास्थ्य विभाग, आयुष, स्कूल शिक्षा विभाग, का भी सहयोग लिया जाएगा. अभियान में एनीमिया को दूर करने के प्राकृतिक,आधुनिक और परम्परागत उपायों का प्रचार…प्रसार भी किया जाएगा.