लोग बिजली बिल देने को तैयार प्रक्रिया को दुरुस्त करें कंपनियां
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की बिजली कंपनियों को बिल देने की प्रक्रिया को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य के उपभोक्ता बिजली बिल का भुगतान करना चाहते हैं.
इसके लिए बिजली कंपनियों को अपनी प्रक्रिया ठीक करनी होगी, ताकि उपभोक्ता समय पर बिजली बिल का भुगतान आसानी से कर सकें. मुख्यमंत्री गुरुवार को सीएम सचिवालय संवाद में ऊर्जा विभाग के 2650.51 करोड़ की योजनाओं के शिलान्यास उद्घाटन व लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली बिल की शिकायतें कंपनियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं. पूरी प्रक्रिया को दुरुस्त करना होगा. इससे वितरण कंपनियों की इफिसिएंसी बढ़ेगी. समय पर बिल दें, तो समय पर ही भुगतान हो सकेगा. बिजली बिल में सुधार के लिए भी पहल की गयी है. लोगों के सामने बिलिंग की जायेगी. मोबाइल के माध्यम से बिल की जानकारी दी जायेगी. स्पॉट बिलिंग की भी सुविधा दी जा रही है.
सब्सिडी भी बिजली बिल में अंकित होगी. उपभोक्ता को सब्सिडी घटा कर बिल का भुगतान करना होगा. लोगों को जानकारी होगी कि बिजली की रेट क्या है और सरकार कितनी सब्सिडी दे रही है? साथ ही सरकार भी देख सकेगी कि हम उपभोक्ताओं को कितनी सब्सिडी दे रहे हैं और बिजली कंपनियों की इफिसिएंसी कितनी है?
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि लोगों को गुणवत्ता पूर्ण बिजली मिले. पावर फ्लक्च्यूवेशन नहीं होना चाहिए. जब सब कुछ डेवलप हो रहा है, तो बिजली की क्वालिटी में भी सुधार होगा, यह भी चुनौती है. बिजली की खपत और सुविधा बढ़ रही है, तो राशि भी बढ़ना ही है.
उन्होंने बिजली वितरण कंपनियों को अपनी इफिसिएंसी बढ़ाने और नेचुरल लॉस से आगे किसी प्रकार का लॉस नहीं करने की भी सलाह दी है. बिजली वितरण में फ्रेंचाइजी के काम को मुख्यमंत्री ने बेकार बताया और इसके चक्कर में नहीं पड़ने की सलाह भी दी. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा फ्रेंचाइजी से मुक्ति पाने की है. फ्रेंचाइजी के कारण ही कई गांवों में अब तक बिजली नहीं पहुंची है.