सपा नेता और कथित गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति गिरफ्तार
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता और कथित गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह पिछले कई दिनों से फरार चल रहे थे. उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाने के कारण अखिलेश सरकार की अच्छी खासी किरकरी भी हुई थी. प्रजापति इस बार अमेठी से विधानसभा चुनाव भी हार गए हैं. वह पिछली बार इसी सीट से पहली बार चुनाव जीते थे.
दरअसल, गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने वाली महिला का आरोप है कि मंत्री ने उसे पार्टी में ऊंचा पद दिलाने के नाम पर पिछले दो साल में कई बार रेप किया, और उसकी नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ भी की. महिला का यह भी आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. हाल में इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए.
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर आरोपी प्रभावशाली है, तो इसका मतलब यह नहीं हो सकता कि पुलिस एफआईआर भी दर्ज न करे. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच करने और फाइनल रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया. इससे पहले, राज्य सरकार ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मामले की जांच में कोई अपराध सामने नहीं आया है.
हालांकि उसके बाद सपा नेता गायत्री प्रसाद प्रजापति ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए उनकी गिरफ्तारी को रोकने की गुहार लगाने से संबंधित याचिका दायर की. उन्होंने गुजारिश करते हुए कहा कि उनके खिलाफ मामला वापस लिया जाए. उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि कोर्ट ने उनका पक्ष नहीं सुना. हालांकि उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया गया.
कथित गैंगरेप का मामला
बुंदेलखंड की एक महिला ने गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके सहयोगियों पर 2014 में कथित रूप से गैंगरेप का आरोप लगाया. उसके मुताबिक उसको खनन का ठेका देने की बात हुई थी लेकिन उसकी चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर गैंगरेप किया गया. उसको ब्लैकमेल करने के लिए उसकी तस्वीरें ली गईं और महीनों दुष्कर्म किया जाता रहा. पीडि़ता के मुताबिक उसकी नाबालिक बेटी पर भी उनकी बुरी नजर थी. उसके बाद जब उसने मामला दर्ज कराया तो मंत्री समेत उनके सहयोगियों की तरफ से उसको जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं. लिहाजा उसने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.