फडणवीस के भतीजे ने हेल्थ वर्कर बन मार्च में ही लगवाई थी वैक्सीन! फिर गरमाया मामला
संकट के बीच पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के भतीजे तन्मय के वैक्सीन लगवाने का मामला थमता नहीं दिख रहा है। दरअसल बीते मार्च महीने में 25 साल का होने के बावजूद तन्मय ने कोरोना का टीका लगवाया था। साथ ही उन्होंने खुद को हेल्थ वर्कर बताया था, क्योंकि उस समय 18 साल के ऊपर वालों को कोरोना का टीका नहीं लगाया जा रहा था। सूचना के अधिकार (RTI) के तहत जवाब मिलने पर फडणवीस के भतीजे के मामले में जांच की मांग तेज हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, RTI में कहा गया है कि फडणवीस के भतीजे तन्मय ने कोरोना की वैक्सीन लगवाते समय खुद को हेल्थ वर्कर बताया था। इसके बाद अस्पताल में उनको वैक्सीन लगवाई गई थी। हालांकि आईकार्ड अस्पताल प्रशासन के पास तन्मय के दिए कोई डॉक्यूमेंट मौजूद नहीं हैं। बताया गया है कि बारामती तालुका के एक आरटीआई एक्टिविस्ट नितिन यादव ने मुंबई के सेवन हिल्स अस्पताल से इसकी जानकारी मांगी थी। आरटीआई के जवाब में अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि तन्मय फडणवीस को 13 मार्च को वैक्सीन लगाई गई। तन्मय ने हेल्थ वर्कर के रूप में अपना रजिस्ट्रेशन किया था।
मचा था राजनीति घमासान
इससे पहले टीका लगवाने की सूचना पर महाराष्ट्र में खूब राजनीतिक घमासान मचा था। एनसीपी के प्रवक्ता और कौशल विकास मंत्री नवाब मलिक ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस के युवा भतीजे को वैक्सीनेशन किया गया, वह भी दूसरी डोज भी लगा दी गई, यह सोचनीय है।
मलिक ने की थी FIR दर्ज करने की मांग
मलिक ने कहा था कि नियम के तहत, 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों को अभी राज्य में वैक्सिनेशन नहीं हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया, ‘क्या वह एक फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर हैं? अगर वह नहीं है, तो उसके खिलाफ अपराधिक केस दर्ज किया जाना चाहिए।’
कौन हैं तन्मय फडणवीस
तन्मय पूर्व विधायक शोभा फडणवीस के पोते हैं। शोभा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री की चाची हैं। तन्मय 23 साल के हैं और शहर में श्रद्धानंद पेठ इलाके में रहते हैं। तन्मय ने वैक्सीनेशन के बाद 20 अप्रैल को इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीर पोस्ट की। सोशल मीडिया पर वह ट्रोल हो गए थे और कई लोगों ने सवाल उठाया था। विवाद बढ़ने पर तन्मय ने सोशल मीडिया अकाउंट से अपनी तस्वीर डिलीट भी कर दी थी।
देवेंद्र फडणवीस ने दी थी सफाई
देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा था कि तन्मय मेरा दूर का रिश्तेदार है। मुझे नहीं पता कि उन्हें किन मापदंडों के आधार पर कोविड वैक्सीनेशन किया गया। यदि वह योग्य है तो ठीक है, लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो यह पूरी तरह से अनुचित है। जो मानदंड हैं, उनके कारण अभी तक मेरी पत्नी और बेटी को भी टीका नहीं लगा है। भले ही अब 18+ को वैक्सीन के लिए योग्य बना दिया गया है, मैंने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि सभी को नियमों का पालन करना चाहिए।’
साभार : नवभारत टाइम्स