Comet NEOWISE लाया COVID-19 की महामारी? ऐस्ट्रोनॉमर ने गिनाया जब आपदाओं के आसपास दिखे धूमकेतु
यूं तो ऐस्ट्रोनॉमर्स और वैज्ञानिकों की दिलचस्पी आसमान से गुजरने वाले उल्कापिंडों में रहती है और इन शानदार नजारों को कैद करने का इंतजार रहता है, लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में धूमकेतुओं को अनलकी माना जाता है। हालांकि, इसके पीछे कोई वैज्ञानिक आधार कभी सामने नहीं आया है लेकिन इतिहास में सभ्यताएं आसमान की ओर देखकर आने वाले समय पर नजर रखती थीं।
से जुड़ीं मान्यताएं
आपदाओं से पहले धूमकेतुओं का दिखना एक बार फिर चर्चा में है जब एक वैज्ञानिक ने कोरोना वायरस की महामारी से पहले Comet देखे जाने की बात पर जोर दिया है। ऐस्ट्रोनॉमर पॉल ट्रूलव का कहना है कि जब मार्च में देखा गया तब इस बात की चर्चा थी कि कुछ खराब हो चुका है या होने वाला है। उन्होंने बताया है कि पहले ऐसा दावा किया जाता था कि अगर चांद के आसपास Halo दिखता है और उसमें कोई ग्रह भी होता है तो लूट मचती है।
कब-क्या हुआ?
ऐसे ही 44 ईसापूर्व में जूलियस सीजर की मौत के चार महीने बाद धूमकेतु देखा गया था। साल 1066 में किंग हैरल्ड की हेस्टिंग्स की जंग में हार से पहले मशहूर Halley’s Comet देखा गया था। करीब 200 साल बाद 1264 में पोप अर्बन IV की मौत के बाद Great Comet देखा गया। कहा जाता है कि जिस दिन धूमकेतु देखा गया, पोप बीमार पड़े और जिस दिन वह गया, उस दिन पोप की मौत हो गई।
इस साल कोरोना का वार
हाल की सदियों में मशहूर लेखक मार्क ट्वेन के जन्म और मृत्यु के साथ भी धूमकेतु का संबंध बताया जाता है। Halley’s Comet उनके जन्म की रात देखा गया और जिस साल उनकी मौत हुई, उस साल भी वह देखा गया। ट्रूलव का कहना है कि लंबे वक्त तक कोई चमकीला धूमकेतु नहीं देखा गया और इस साल NEOWISE आया भी तो ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया को कोविड-19 ने अपनी चपेट में ले रखा है।