सीमा विवाद के बीच आज पहली बार PM मोदी-जिनपिंग होंगे आमने सामने, SCO समिट में लेंगे हिस्सा
लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच आज प्रधानमंत्री और चीन के राष्ट्रपति पहली बार आमने सामने होंगे। यह मुलाकात रूस में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन की वर्चुअल बैठक के दौरान होगी। बता दें कि चीन और रूस के साथ भारत भी इस गुट का सक्रिय सदस्य है। इस बैठक की मेजबानी रूस कर रहा है। बताया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसकी अध्यक्षता करेंगे।
पीएम मोदी और जिनपिंग होंगे आमने सामने
शंघाई सहयोग संगठन की यह तीसरी बैठक है जिसमें भारत की तरफ से इस बार प्रधानमंत्री मोदी शामिल हो रहे हैं। इससे पहले की दो बैठकों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इस दौरान ही भारत के दोनों नेताओं ने अपने चीनी समकक्षों के साथ अलग-अलग बैठकों में भारत के रूख को लेकर स्पष्ट रूप से चेतावनी दी थी।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ के राष्ट्र प्रमुखों की परिषद के 20वें शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। यह बैठक10 नवंबर को ऑनलाइन आयोजित होगा। एससीओ की इस बैठक की अध्यक्षता रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन करेंगे।
इमरान खान भी लेंगे हिस्सा
पाकिस्तान ने सोमवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री इमरान खान मंगलवार को ऑनलाइन आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। एससीओ के सभी आठ सदस्यों के राष्ट्र प्रमुख और चार पर्यवेक्षक देश भी शामिल होंगे।
किन मुद्दों पर चर्चा संभव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और एससीओ सदस्य देशों के अन्य शीर्ष अधिकारी अनेक समसामयिक विषयों पर चर्चा करेंगे। इस सम्मेलन में आतंकवाद के बढ़ते खतरे तथा कोरोना वायरस के अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव से निपटने के तरीकों जैसे कई विषयों पर चर्चा होगी।
क्या है एससीओ
आठ राष्ट्रों वाले एससीओ में चीन का दबदबा है । यह क्षेत्रीय समूह दुनिया की 42 प्रतिशत आबादी और वैश्विक जीडीपी के 20 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। चीन, रूस, कजाखस्तान, कीर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान एससीओ के संस्थापक सदस्य हैं। एससीओ का मुख्यालय बीजिंग में है। भारत और पाकिस्तान 2017 में इस समूह में शामिल हुए थे।