कोरोना से जंग में मिली बड़ी खुशखबरी, 90% मारक क्षमता वाली बन गई वैक्सीन

कोरोना से जंग में मिली बड़ी खुशखबरी, 90% मारक क्षमता वाली बन गई वैक्सीन
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वॉशिंगटन
कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) से कराह रही दुनिया के लिए बहुत बड़ी राहत की खबर है। दवा कंपनी Pfizer की कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine News) ताजा क्लीनिकल ट्रायल में 90 प्रतिशत कारगर पाई गई है जो उम्मीद से भी बेहतर साबित हुई है। इतना ही नहीं, अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसी महीने के आखिर तक कंपनी की वैक्सीन को बेचने की मंजूरी मिल सकती है। वैश्विक महामारी को रोकने के लिहाज से यह निश्चित तौर पर बहुत ही उम्मीद जगाने वाली खबर है। Pfizer अपने पार्टनर BioNTech के साथ बना रही है। Pfizer अमेरिकन और BioNTech जर्मन दवा कंपनी है।

कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसकी वैक्सीन ट्रायल के दौरान 94 संक्रमितों में 90 प्रतिशत कारगर पाई गई है। इन संक्रमितों में कोविड-19 के कम से कम 1 लक्षण जरूर थे। अभी वैक्सीन ट्रायल के ही चरण में है लेकिन नतीजे उम्मीद जगा रहे हैं कि जल्द ही दुनियाभर में इसके इस्तेमाल का रास्ता साफ हो सकता है। कोरोना महामारी से दुनियाभर में अब तक 12 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बहुत बड़ी खबर बताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि वैक्सीन जल्द ही आ रही है। 90 प्रतिशत से ज्यादा कारगर पाई गई है।

कंपनी ने कहा कि विश्लेषण में पता चला कि जिन वॉलिंटयर्स पर इसका परीक्षण किया गया, उनमें यह बीमारी को रोकने में 90 प्रतिशत से ज्यादा कामयाब रही। अगर बाकी डेटा भी यह संकेत देते हैं कि वैक्सीन सेफ है तो इस महीने के खत्म होने से पहले ही कंपनी हेल्थ रेग्युलेटर्स से वैक्सीन को बेचने की इजाजत के लिए आवेदन करेगी।

Pfizer ने कहा कि अब तक क्लीनिकल ट्रायल के दौरान कोई भी गंभीर सेफ्टी इश्यू सामने नहीं आया है। ट्रायल में अमेरिका और दूसरे देशों में करीब 44,000 लोगों पर परीक्षण किया जा रहा है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वैक्सीन से लोगों में कितने लंबे समय तक कोरोना के प्रति इम्यूनिटी विकसित होगी।

नतीजे पूरी तरह विश्वसनीय हों और प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रहे, इसके लिए कंपनी ने बाहरी और इंडिपेंडेंट एक्सपर्ट्स के पैनल से वैक्सीन ट्रायल का रिव्यू कराया है। पैनल को डेटा सेफ्टी मॉनिटरिंग कमिटी के नाम से जाना जाता है जो यह पता लगाता है कि वैक्सीन कैंडिडेट कितना कारगर और सुरक्षित है। पैनल ने अपनी अंतरिम समीक्षा के रिज्लट को Pfizer और BioNTech से शेयर किया है।

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