डोनाल्ड ट्रंप या जो बाइडेन, जानें कब आएगा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का रिजल्ट
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए हो रहे मतदान का आधा समय लगभग खत्म हो गया है। जिन लोगों ने अभी तक मेन इन बैलेट के जरिए वोटिंग नहीं की है वो अमेरिका के 50 राज्यों में अपने मतदान का प्रयोग कर रहे हैं। भारतीय समय के अनुसार, अमेरिका के कई राज्यों में मतदान बुधवार की सुबह 7.30 बजे तक जारी रहेगा। आम तौर पर मतदान वाले दिन ही राष्ट्रपति चुनाव की तस्वीर साफ हो जाती है। लेकिन इस बार कोरोना वायरस महामारी और मेल इन बैलेट्स की बढ़ती संख्या के कारण इसमें देरी होने का भी अनुमान जताया जा रहा है।
मतदान खत्म होते ही शुरू होगी मतगणना
अमेरिका में जैसे ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान खत्म होगा वैसे ही मतगणना शुरू हो जाएगी। इस बार अमेरिका के अलग-अलग राज्यों में मतदान खत्म होने का समय भी अलग-अलग है। भारतीय समय के अनुसार, सुबह 5.30 से अमेरिका के कई राज्यों में आधिकारित तौर पर मतगणना शुरू हो जाएगी। जबकि कई राज्य ऐसे भी हैं जहां मतगणना 7.30 बजे से शुरू होगी।
बुधवार शाम तक साफ हो सकती है चुनाव की तस्वीर
आम तौर पर केवल एक रात में कभी भी पूरे देश की मतगणना नहीं हो पाती है। लेकिन, इतने मतों को जरूर गिन लिया जाता है, जिससे चुनाव में जीत हार का फैसला किया जा सके। हालांकि, रात की काउंटिंग के बात जो तस्वीर साफ होती है उसे रूझान ही कहा जाता है क्योंकि फाइनल रिजल्ट आने में कई दिनों का समय लगता है।
क्यों जताया जा रहा परिणाम में देरी का शक
अमेरिका में इस बार करीब आधे मतदाताओं ने कोरोना वायरस के कारण पोस्टल बैलेट और मेल इन वोटिंग से मतदान किया है। अमेरिका के अधिकतर राज्यों में मेल इन बैलेट समय से तीन नवंबर तक रिसीव किए जाएंगे। वहीं, कुछ प्रमुख राज्यों में मतपत्रों को देर से भेजने की अनुमति है, जिसमें पेंसिल्वेनिया और उत्तरी कैरोलिना (6 नवंबर तक), मिनेसोटा और नेवादा (10 नवंबर तक), और ओहियो (13 नवंबर तक) शामिल हैं।
पोस्टल बैलेट के कारण होगा परिणाम में होगा विलंब
पोस्टल बैलेट के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम में विलंब होने का शक जताया जा रहा है। 10 नवंबर से सभी राज्यों को अपने परिणामों को प्रकाशित करना है। यदि किसी राज्य में कोई समस्या आती है तो इसमें देरी भी हो सकती है। कैलिफोर्निया को छोड़कर प्रत्येक राज्य को 8 दिसंबर तक सर्टिफिकेशन का काम पूरा करना है। इसी दौरान राज्यों को सभी विवादों, चुनौतियों और पुनर्गणना की समस्या से भी निपटना होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने क्यों बढ़ाया समय
जिसके बाद विलंब से मिले इन मेल इन बैलेट्स की गिनती भी होगी। गिनती करने के लिए कोर्ट ने 12 नवंबर तक का समय दिया है। कोर्ट में इन राज्यों ने दलील दी थी कि कोरोना वायरस के कारण हमें मेल इन बैलेट्स देरी से मिल रहे हैं। वहीं, इस महामारी के कारण मतदाता भी परेशान हैं। इसी के आधार पर कोर्ट ने इसकी समयसीमा को बढ़ा दिया था।
चुनाव प्रक्रिया में लगे अधिकारी कब डालेंगे वोट
अमेरिका में चुनाव में जुटे अधिकारी अपना वोट 14 दिसंबर को डालेंगे। जिसे बाद में काउंटिंग के लिए वॉशिंगटन भेज दिया जाएगा। जो अधिकारी जिस राज्य का निवासी होगा। उस राज्य के फाइनल रिजल्ट में इन वोट्स को जोड़ दिया जाएगा।
48 राज्यों में तुरंत शुरू होगी वोटों की गिनती
अमेरिका में चुनाव खत्म होने के बाद 48 राज्यों में वोटों की गिनती तुरंत शुरू हो जाएगी। ऐसे में अगर इन राज्यों में डोनाल्ड ट्रंप या जो बाइडेन को निर्णायक बढ़त मिल जाती है तो उन्हें बाकी के राज्यों के परिणाम के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। लेकिन, अगल मामला फंसा तो इन दो राज्यों के वोट ही निर्णायक भूमिका अदा करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट जा सकता है परिणाम का मामलाराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वे वोटिंग के तुरंत बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। ऐसे में कोर्ट का फैसला आने में देरी भी हो सकती है। माना जा रहा है कि अगर मामला कोर्ट में गया तो डोनाल्ड ट्रंप को फायदा हो सकता है। क्योंकि, उन्होंने अपने कार्यकाल में चार जजों को नियुक्त किया है। जिसमें से एक एमी बैरेट को छोड़कर बाकी के तीन जज इस सुनवाई में शामिल होंगे।