ताइवान को हथियार बेचने से अमेरिका पर तिलमिलाया चीन, बोला- करेंगे जवाबी कार्रवाई
चीन ने ताइवान को हथियार देने पर अमेरिका को जंग की धमकी दी है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अगर अमेरिका ताइवान के साथ इस डील को कैंसिल नहीं करता है तो हम भी जवाबी कार्रवाई करेंगे। माना जा रहा है कि चीन की इस नई धमकी से दोनों देशों के बीच रिश्ता और बिगड़ सकता है। इधर चीन की धमकी से बेखौफ अमेरिका ने एशिया में अपनी सेना की तैनाती बढ़ा दी है।
पैट्रियट खरीद पर लॉकहीड मॉर्टिन को किया था बैन
चीन के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में यह नहीं बताया है कि वह अमेरिका के खिलाफ किस तरह की जवाबी कार्रवाई करेगा। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही ताइवान को पैट्रियट-3 एडवांस मिसाइल डिफेंस सिस्टम देने पर चीन ने अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मॉर्टिन पर प्रतिबंध लगा दिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि चीन कोई सैन्य कार्रवाई करने के बजाय फिर से आर्थिक ताकत का ही इस्तेमाल कर सकता है।
चीन की चेतावनी- करेंगे जवाबी कार्रवाई
चीन ने कहा है कि हथियारों की इस डील से अमेरिका और उनके सशस्त्र बलों के साथ उसके संबंध और खराब हो सकते हैं। इससे जुड़े गंभीर नतीजों से बचने और ताइवान स्ट्रेट में शांति-स्थिरता के लिए अमेरिका को यह डील रद्द कर देनी चाहिए। चीन ने धमकाते हुए कहा है कि अगर ऐसा नहीं हो पाया, तो चीनी पक्ष पूरी तरह से जवाबी कार्रवाई के लिए मजबूर हो जाएगा।
अमेरिका ने 1 अरब डॉलर के हथियारों की डील मंजूर का
अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को घोषणा की कि उसने ताइवान को उसकी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए 135 टारगेटेड ग्राउंड अटैक मिसाइल, सैन्य उपकरण और प्रशिक्षण संबंधी चीजों की बिक्री को हरी झंडी दे दी है। विभाग ने एक बयान में कहा था है कि यह सौदा एक अरब डॉलर से अधिक का है। बताया जा रहा है कि इन मिसाइलों को बोइंग ने बनाया है।
ताइवान को यह हथियार दे रहा अमेरिका
इस डील में ताइवान को एफ- 16 फाइटर जेट के लिए एडवांस सेंसर, समुद्र में दुश्मन के युद्धपोतों को बर्बाद करने के लिए सुपरसोनिक लो एल्टिट्यूड मिसाइल और हैमर्स रॉकेट दिए जाएंगे। पिछले साल ही अमेरिका ने ताइवान को 66 एफ-16 लड़ाकू विमान देने की डील की थी। साल 2020 में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ताइवान को लेकर बेहद आक्रामक रुख अख्तियार कर रहा है और इन हथियारों की बिक्री से चीन के साथ उसके संबंध बेहद निचले स्तर तक पहुंच जाएंगे।
अमेरिकी चुनाव से पहले हथियार खरीदना चाहता है ताइवान
ताइवान को डर सता रहा है कि अगर ट्रंप हार गए तो बाइडन इतने घातक हथियार शायद ही ताइपे को दें। इसीलिए ताइवान जल्द से जल्द इन हथियारों की आपूर्ति चाहता है। चीन लगातार ताइवान स्ट्रेट के पास युद्धाभ्यास कर रहा है जिससे ताइवान का डर और बढ़ता जा रहा है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ताइवान रक्षा पर काफी खर्च कर रहा है लेकिन उसे आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है।