'भारत का मंसूबा हुआ फेल' FATF के ग्रे लिस्ट वाले फैसले पर बोले पाकिस्तानी विदेश मंत्री
फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (एफएटीएफ) के शुक्रवार के फैसले का ठीकरा पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भारत पर फोड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की बैठक में को ब्लैक लिस्ट में धकेलने के अपने घिनौने डिजाइन में सफल नहीं होगा। उन्होंने एफएटीएफ के ऊपर भी अपना गुस्सा जाहिर किया। बता दें कि एफएटीफ ने पेरिस में हुई तीन दिवसीय बैठक के बाद पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बनाए रखने का निर्णय लिया है।
भारत पर लगाया ब्लैकलिस्ट करवाने की साजिश रचने का आरोप
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भारत पर भड़कते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में धकेलने के अपने घिनौने डिजाइन में सफल नहीं होगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि पूरा विश्व मौजूदा पाकिस्तानी सरकार के आतंकवाद के वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ कानूनी उपायों सहित उठाए गए अन्य कदमों को मान्यता देता है। दुनिया ने माना है कि हम आतंकवादियों को वित्तपोषण करने में शामिल नहीं हैं।
फिर अलापा कश्मीर राग
कुरैशी यहां भी कश्मीर राग अलापने से बाज नहीं आए। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 का हमारी नजर में कोई स्थान नहीं है। पाकिस्तान अवैध और एकतरफा उपायों को बिल्कुल भी नहीं पहचानता है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने दावा किया कि हम कश्मीर घाटी में जनसांख्यिकीय अनुपात को बदलने के प्रयासों के बारे में गहराई से चिंतित हैं।
अमेरिका का भारत को समर्थन पर अटके कुरैशी
कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका का भारत को समर्थन किए जाने के सवाल पर कुरैशी को कोई जवाब ही नहीं सूझा। उन्होंने काफी सोच विचार के बाद कहा कि हम अमेरिका के प्रस्तावों से बेखबर नहीं हैं। हमारा ऐतिहासिक दृष्टिकोण सबके सामने है। हम जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाना चाहते हैं, जिससे कश्मीर पर हमारी स्थिति कमजोर हो।
बोले- एफएटीएफ को देंगे सकारात्मक जवाब
शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में कहा कि पाकिस्तान ने एफएटीएफ के 27 सूत्रीय एजेंडे के 21 पर 100 फीसदी काम किया है। बाकी के छह बिंदुओं पर भी काफी प्रगति हुई है। कुरैशी ने कहा कि हम एफएटीएफ को कार्ययोजना के अनुपालन के लिए पाकिस्तान द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति का सकारात्मक जवाब देंगे।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखा
शुक्रवार शाम को जारी किए गए बयान में एफएटीफ ने बताया कि पाकिस्तानी सरकार आतंकवाद के खिलाफ 27 सूत्रीय एजेंडे को पूरा करने में विफल रही है। एफएटीएफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधित आतंकवादियों के खिलाफ भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। एफएटीएफ ने कहा कि पाकिस्तान ने आजतक हमारे 27 कार्ययोजनाओं में से केवल 21 को ही पूरा किया है। अब इसे पूरा करने की समयसीमा खत्म हो गई है। इसलिए, एफएटीएफ 2021 तक पाकिस्तान से सभी कार्ययोजनाओं को पूरा करने का अनुरोध करता है।