कट्टरपंथ के खिलाफ ऐक्शन में फ्रांस, इस्लामी गुट पर लगाया प्रतिबंध, छापेमारी जारी
फ्रांस में एक शिक्षक की गला काटकर हत्या करने के बाद लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है। फ्रांसीसी सरकार भी देश से इस्लामी कट्टरपंथ को मिटाने के लिए ऐक्शन में है। पूरे देश में पुलिस और कानून प्रवर्तक एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं। बड़ी संख्या में संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। इस बीच फ्रांसीसी सरकार ने एक इस्लामिक समूह पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा भी की है।
फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के साथ संबंध का संदेह
फ्रांसीसी सरकार के प्रवक्ता गेब्रियल अटाल ने बुधवार को कहा कि एक स्कूली शिक्षक की हत्या के बाद फिलिस्तीनी नेता शेख यासीन के नाम पर रखे गए एक इस्लामी समूह को प्रतिबंधित कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा, संस्कृति और शिक्षा को लेकर लड़ाई है। प्रतिबंधित समूह का नाम फिलिस्तीनी मुस्लिम नेता और हमास आंदोलन के सह-संस्थापक शेख यासन के नाम पर रखा गया है। उनकी 2004 में हत्या कर दी गई थी। फिलिस्तीन में सक्रिय आतंकी संगठन हमास ने फ्रांसीसी समूह के साथ किसी भी संबंध से इनकार किया है।
फ्रांस में धार्मिक आजादी को लेकर छिड़ी बहस
शिक्षक की गला काटकर हत्या करने के बाद फ्रांस में फिर से एक बार धार्मिक आजादी को लेकर बहस छिड़ गई है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो ने इसे इतिहास की हत्या करार दिया था। उन्होंने कहा था कि आतंकी ने देश के गणतंत्र के खिलाफ हमला किया है। उन्होंने कसम खाई थी कि ये लोग फ्रांस को विभाजित नहीं कर पाएंगे। इसके बाद से ही पूरे देश में धार्मिक कट्टरपंथ के खिलाफ छापेमारी शुरू की गई थी।
आतंकी ने काटा था शिक्षक का सिर
16 अक्टूबर को फ्रांस में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पाठ पढ़ाते समय अपने छात्रों को मोहम्मद साहब का कार्टून दिखाने पर एक शिक्षक की इस्लामी आतंकी ने गला काटकर हत्या कर दी थी। दावा किया जा रहा है कि 18 साल के इस आतंकी ने इतिहास के एक शिक्षक पर हमला करने से पहले अल्लाहू-अकबर का नारा लगाया था। इस बीच फ्रांस के गृहमंत्री गेराल्ड दरमेनिन ने कहा है कि स्कूली छात्रा के पिता और कुख्यात इस्लामिक उग्रवादी ने फांसीसी टीचर के हत्या का आह्वान किया था।
चेचेन्या का रहने वाला था आतंकी
बताया जा रहा है कि आतंकी रूस के चेचेन्या का रहने वाला था। जिसके बाद से रूसी खुफिया एजेंसी और पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही हैं। चेचेन्या रूस के कब्जे वाला अशांत इलाका है। जहां इस्लामी आतंकी आए दिन रूसी फौज के साथ छापामार युद्ध लड़ते रहते हैं। इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए भारी संख्या में रूसी जवान हमेशा तैनात रहते हैं।