नाइजीरिया: पुलिस बर्बरता के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच जेलों से फरार 2 हजार कैदी
नाइजीरिया में दो जेलों पर भीड़ ने हमला कर दिया जिसके बाद करीब दो हजार कैदी फरार हो गए हैं। वहीं अधिकारियों ने पुलिस की बर्बरता के खिलाफ दो हफ्ते से चल रहे प्रदर्शनों की वजह से उपजी अशांति को दबाने के लिए लागोस में 24 घंटे के कर्फ्यू की घोषणा की है। दंगा रोधी विभाग के पुलिस महानिरीक्षक ने नाइजीरिया की जेलों के आसपास सुरक्षा को मजबूत करने का आदेश दिया है।
Nigeria Protests: नाइजीरिया में पुलिस की बर्बरता के खिलाफ जारी प्रदर्शनों के बीच दो जेलों पर हमला कर दिया गया। इसके बाद करीब दो हजार कैदी फरार हो गए।
नाइजीरिया में दो जेलों पर भीड़ ने हमला कर दिया जिसके बाद करीब दो हजार कैदी फरार हो गए हैं। वहीं अधिकारियों ने पुलिस की बर्बरता के खिलाफ दो हफ्ते से चल रहे प्रदर्शनों की वजह से उपजी अशांति को दबाने के लिए लागोस में 24 घंटे के कर्फ्यू की घोषणा की है। दंगा रोधी विभाग के पुलिस महानिरीक्षक ने नाइजीरिया की जेलों के आसपास सुरक्षा को मजबूत करने का आदेश दिया है।
‘अपराधियों के कब्जे में प्रदर्शन’
पुलिस ने एक बयान में कहा कि लोगों की जिंदगी और संपत्ति को और नुकसान पहुंचने से रोकने के लिए बल अब कानून की पूरी ताकत का इस्तेमाल करेगा। लागोस के राज्य के गवर्नर बाबाजीडे सानवो-ओल्यू ने ट्विटर पर कहा कि पुलिस की बर्बरता के खिलाफ यह प्रदर्शन हमारे समाज की सलामती के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि अपराधियों ने इन प्रदर्शनों पर कब्जा कर लिया है।
करीब 2000 कैदी फरार
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद मंगा ने मंगलवार को बताया कि हथियारों से लैस भीड़ ने दो जेलों पर हमला कर दिया। इसके बाद से 1993 कैदी गायब हैं। यह पता नहीं है कि हमले से पहले जेल में कुल कितने कैदी थे। प्रदर्शनकारियों ने शहर की अहम सड़कों को ब्लॉक कर दिया है और इंटरनैशनल एयरपोर्ट को जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया है।
SARS के खिलाफ प्रदर्शन
वहीं, दूसरी ओर आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस की बर्बरता के खिलाफ चल रहे आंदोलनों में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। ये विरोध प्रदर्शन स्पेशल ऐंटी-रॉबरी स्क्वॉड (SARS) के खिलाफ हो रहे हैं। पुलिस की इस यूनिट के खिलाफ लंबे वक्त से एक्सटॉर्शन, टॉर्चर और हत्या करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। प्रदर्शनों के बाद ऐलान किया कि SARS को खत्म कर दिया जाएगा और उसकी जगह स्पेशल वेपन्स ऐंड टैक्टिक (SWAT) टीम बनाई जाएगी।
…जारी रहेा प्रदर्शन
हालांकि, लोगों ने इस पर विश्वास नहीं किया है और इसे सिर्फ नाम बदलने का नाटक करार दिया है। उनका कहना है कि जब तक उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए जाते, तब तक वे सड़कों पर ही रहेंगे। प्रदर्शनकारियों ने उन सभी लोगों को रिहा करने की मांग भी की है जिन्हें इस दौरान गिरफ्तार किया गया है।