चीन: ₹4300 में लग रही एक्सपेरिमेंटल कोरोना वैक्सीन, अभी नहीं मिली है मंजूरी
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण की एक्सपेरिमेंटल वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या बढ़ रही है। एक शहर में आम लोगों को इसकी पेशकश की जा रही है, वहीं दूसरी ओर एक कंपनी विदेश जाने वाले छात्रों को इसे निशुल्क लगा रही है। शंघाई के दक्षिण में स्थित जिआशिंग शहर में लोगों को SinoVac की बनाई वैक्सीन की पेशकश की जा रही है।
इस बारे में गुरुवार को ऐलान किया गया कि ज्यादा जोखिम का सामना कर रहे समूहों, जिनमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो ‘शहर के सामान्य कामकाज को जारी रखने के लिए जरूरी हैं’,उन्हें प्राथमिकता मिलेगी, लेकिन जिन लोगों को इसकी आपात जरूरत है वे भी आ सकते हैं। यह टीका 46 पाउंड (करीब 4300 रुपये) में लगाया जा रहा है। यह टीका क्लीनिकल ट्रायल के अंतिम चरण है, लेकिन अभी इसे मंजूरी नहीं मिली है।
छात्रों को फ्री में
स्थानीय सरकार ने कहा कि आपातकालीन प्राधिकरण के तहत इसे उपलब्ध कराया जा रहा है। चीन में टीका बनाने वाली एक अन्य कंपनी ‘चाइना नैशनल बायोटेक ग्रुप’ विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को अपना टीका निशुल्क लगाने की पेशकश कर रही है। वर्तमान में चीन की दवा कंपनियों के पास पांच टीके हैं जो परीक्षण के अंतिम चरण में हैं।
दवा विनियमन पर नैशनल ताइवान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ अर्नाल्ड चान ने कहा कि जिन लोगों ने टीका लगवाया है उनसे बाद की सूचना पाने की जिम्मेदारी निर्माताओं की है और ऐसा नहीं करना गैरजिम्मेदाराना तथा अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं है।
पांच वैक्सीन आखिरी चरण में
CNBG ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है कि 1 लाख 68 हजार से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन के लिए साइन-अप किया है और इनमें से 91 हजार लोगों को वैक्सीन दिए जाने के बारे में विचार किया जा रहा है। हालांकि, बाद में इसे हटा दिया है। चीन की कुल पांच वैक्सीन आखिरी चरण की टेस्टिंग में हैं लेकिन आम लोगों के लिए इन्हें मंजूरी नहीं मिली है।