भारत ने UN में स्पष्ट की परमाणु नीति, कहा- अपने सिद्धांतों पर हम प्रतिबद्ध, पहले नहीं करेंगे प्रयोग
भारत ने अपनी परमाणु हथियारों के उपयोग की नीति को संयुक्त राष्ट्र के मंच से एक बार फिर पूरी दुनिया को बताया है। जिनेवा में के निरस्त्रीकरण पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि डॉ पंकज शर्मा ने कहा कि भारत अपने परमाणु सिद्धांत के अनुसार प्रतिबद्ध है। हम नो फर्स्ट यूज के साथ विश्वसनीय न्यूनतम निरोध बनाए रखने के लिए संकल्पित हैं। हम गैर परमाणु हथियारों वाले देश के खिलाफ इसका प्रयोग नहीं करेंगे।
पाकिस्तान का नाम लिए बिना साधा निशाना
भारत ने पाकिस्तान का बिना नाम लिए ही परमाणु हथियारों को लेकर जमकर निशाना साधा। भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि हम आतंकवादियों और नान स्टेट एक्टर्स को पारंपरिक हथियारों, छोटे हथियारों और हल्के हथियारों के अवैध हस्तांतरण से उत्पन्न अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को गंभीर खतरे पर अपनी चिंताओं को दोहराते हैं।
भारत ने हथियारों के रेस पर जाहिर की चिंता
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में दुनियाभर में तेजी से बढ़ती परमाणु हथियारों के रेस पर भी चिंता जाहिर की। भारत ने कहा कि वैश्विक निरस्त्रीकरण की नीतियों और हथियारों को नियंत्रित करने वाले पुराने समझौतों की अनदेखी से गंभीर स्थिति बनती जा रही है। इसके कारण दशकों से अनिश्चितता बनी हुई है और आने वाले वर्षों में इसके बने रहने की संभावनाएं हैं।
यूएन के सामने कई चुनौतियां
हथियारों के निरस्त्रीकरण के इस सम्मेलन में भारत ने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण आयोग और फर्स्ट कमेटी के सामने पहले से ज्यादा चुनौतियां खड़ी हैं। यूएन को तत्काल महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का सामना करना होगा।