REGN-COV2: डोनाल्ड ट्रंप को दी जा रही कोरोना वायरस की नई दवा, दिखा रही जादुई असर
कोरोना वायरस से संक्रमित अमेरिकी राष्ट्रपति का उपचार इस समय सेना के अस्पताल में चल रहा है। ट्रंप की उम्र को देखते हुए सैन्य अस्पताल के डॉक्टर उन्हें कोरोना वायरस एंटीबॉडी की एक नई दवा दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह दवा अभी मार्केट में आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। इस दवा को कोरोना वायरस का इलाज करने के लिए चूहों से बनाया गया है। बताया जा रहा है कि दवा का ट्रंप के ऊपर जादुई असर दिख रहा है।
ट्रंप को दी गई की खुराक
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस की इस एक्सपेरिमेंटल दवा का नाम (पॉलीक्लोनल एंटीबॉडी ) है। इसे अमेरिकी दवा निर्माता रेजेनरॉन ने बनाया है। इस दवा को कोरोना वायरस एंडीबॉडीज की कई दवाओं को मिलाकर तैयार किया गया है। वहीं, ब्रिटेन में भी इस दवा का उपयोग रिकवरी ट्रायल के लिए किया जा रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने इस दवा को बहुत सकारात्मक और बहुत शक्तिशाली बताया है।
ट्रंप के डॉक्टर ने की दवा दिए जाने की पुष्टि
राष्ट्रपति ट्रंप के चिकित्सक डॉ शॉन कॉनली ने कल वाइट हाउस में कहा कि उन्हें इलाज के लिए रेजेनरॉन के पॉलीक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल की 8 ग्राम की खुराक दी गई है। वहीं वाइट हाउस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि ट्रंप में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। वे इस बीमारी से जल्द ही निजात पा लेंगे।
इन दवाओं का उपयोग कर रहे डॉक्टर
कोरोना की एक्सपेरिमेंटल दवा REGN-COV2 के अतिरिक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रेमेडिसविर, जिंक, विटामिन डी, फैमोटिडाइन, मेलाटोनिन और एस्पिरिन भी दी जा रही है। इससे उनकी सेहत में तेजी से सुधार आने की उम्मीद है। कई विशेषज्ञों ने भी दावा किया है कि कई दवाओं के मिश्रण वाली यह वैक्सीन प्रभावी साबित होगी।
कंपनी का दावा- कोरोना के खिलाफ प्रभावी है दवा
दूसरी ओर इस दवा को बनाने वाली कंपनी रेजेनरॉन ने दावा किया है कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान इस दवा के कारण संक्रमण का स्तर नीचे गिरा है। उन्होंने कहा कि ट्रायल के दौरान मिले डेटा भी इसकी पुष्टि करते हैं कि कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी दवा बेहद कारगर है।
इस कारण ट्रंप पर भारी कोरोना
विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक आयु, पुरुष होना और पहले से अन्य बीमारिया आदि जोखिम बढ़ा देते हैं और ट्रंप में ये बातें हैं। कनेक्टिकट विश्वविद्यालय के डॉ डेविड बानाच ने कहा कि ट्रंप की उम्र 74 वर्ष है जो जोखिम का प्राथमिक कारक है। इसके अलावा उनका वजन भी अधिक है।
ट्रंप के संक्रमित होने के बाद खड़े हो रहे कई सवाल
चुनाव के पहले अबतक के सभी सर्वे में अपने प्रतिद्वंदी जो बाइडेन से राष्ट्रपति ट्रंप पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में अमेरिका में एक सवाल उठ रहा है कि अगर ट्रंप कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी उम्मीदवारी वापस ले लें तो क्या होगा? संभावना तो यह भी जताई जा रही है कि कहीं उनकी रिपब्लिकन पार्टी ही उनसे चुनाव का टिकट वापस करने के लिए न कह दे। ऐसे में क्या ट्रंप की जगह नया उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा?